टी-20 सीरीज में रोमांचक मैच देखने के बाद अब वनडे सीरीज में भी भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच एक कड़ी टक्कर जारी है। इतने करीबी मैचो से यह तो साफ पता चलता है कि दोनो टीम जीत के लिए कितना संघर्ष कर रही है। हैदराबाद वनडे मैच की बात करे तो दोनो टीमो ने बल्लेबाजी में बहुत शानदार प्रदर्शन किया और फिर नागपुर में 250 रन के स्कोर में यह देखने को मिला कि यह स्कोर भी चेज करना मुश्किल है।
विराट कोहली ने नागपुर में एक उत्कृष्ट शतक बनाया जब उन्होने नाथन-कुल्टर नाइल की गेंद को बाउंड्री की तरफ भेजा। यही नहीं नागपुर की पिच में जहा बल्लेबाजो को खेलने में मुसीबत हो रही थी विराट कोहली ने अपनी पारी में कई आक्रमक शार्ट खेले। हालांकि ध्यान देने योग्य बात यह थी कि सुपर फिट कोहली को भी सामान्य ड्रिंक इंटरवल के अलावा एक दो बार मैच के बीच में पानी पीना पड़ा। जबकि इस तरह के पीरियड मानसिक आराम के लिए अच्छे होते हैं और अपने आप को तरोताजा करने के लिए, शारीरिक रूप से फिट रहने का एकमात्र तरीका होते है।
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मैच की बात करे तो भारतीय टीम को शुरूआत कुछ अच्छी नही मिली क्योंकि सालामी बल्लेबाज रोहित शर्मा खेल के पहले ओवर में ही अपना विकेट गंवा बैठे थे। और धवन औऱ रायुडू भी एक अच्छी शुरुआत को लंबी पारी में नही बदल पाए। लेकिन मैच में विजय शंकर ने अपनी बेहतरी पारी से कप्तान विराट कोहली का बखूबी साथ निभाया। यह एक युवा खिलाड़ी के लिए बहुत अच्छा खेल रहा होगा क्योंकि यहा उसने घरेलू क्रिकेट की अपनी प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छे ढंग से पेश किया है। शंकर इस मैच में यही नही रुके कप्तान कोहली ने उनके ऊपर विश्वास करके उनको आखिरी डालने को दिया और उन्होन 11 रनो का बचाव करते हुए अपनी शुरुआती तीन गेंदो में 2 विकेट चटका दिए। जिससे टीम 8 रन से जीत दर्ज करने में कामयाब रही।
भारतीय कप्तान द्वारा मिला विश्वास शंकर के अच्छे प्रदर्शन का कारण हो सकता है, जो नागपुर के बाद आगे के मैचो के लिए और अधिक होगा। शंकर अब टीम के लिए बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी में अच्छे विकल्प है। ऐसे में कुछ क्रिकेट विशेषज्ञ का मानना है कि विश्वकप की टीम में विजय शंकर को जगह मिलनी चाहिए।
सुनील गावस्कर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को लिखे कॉलम में कहा, ” विजय शंकर को आखिरी ओवर में गेंदबाजी देना उन पर भारी जिम्मेदारी डालना था। उन्होने उस ओवर में 11 रनो को डिफेंड, किया जबकि वह अपने पहले ओवर में 13 रन देक चुके थे। गावस्कर का मानना है कि विजय शंकर के रूप में भारत को एक बेहद प्रतिभाशाली आलराउंडर मिला है और जब टीम को गेंदबाजी में उनकी जरूरत होगी वह गेंदबाजी कर सकते है और बल्लेबाजी में वह अहम योगदान देते आए है। उन्होने कहा यहा से अब विजय शंकर केवल आगे बढ़ेंगे और केवल बहेतर करेंगे।”