Sun. Dec 22nd, 2024
    सर्वनाम sarvnam in hindi

    विषय-सूचि

    सर्वनाम की परिभाषा:

    संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहा जाता है। सर्वनाम संज्ञाओं की पुनरावृति रोककर वाक्यों को सौंदर्ययुक्त बनता है।

    सर्वनाम के उदाहरण:

    आइये कुछ उदाहरणों के द्वारा सर्वनाम को विस्तार से समझते हैं। नीचे लिखे वाक्यों को ध्यानपूर्वक देखे – :

    1. पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
    2. पेड़-पौधे पर्यावरण को संतुलित बनाये रखते हैं।
    3. पेड़-पौधे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं।
    4. पेड़-पौधे भू-क्षरण को रोकते हैं।
    5. पेड़-पोधो से हमें फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ी आदि मिलते हैं।

    अब इन वाक्यों पर गौर करें -:

    1. पेड़-पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दरम्यान ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
    2. वे पर्यावरण को संतुलित बनाये रखते हैं।
    3. वे विभिन्न जीवों को आश्रय प्रदान करते हैं।
    4. वे भू-क्षरण को रोकते हैं।
    5. उनसे हमें फल-फूल, दवाएँ, इमारती लकड़ी आदि मिलते हैं।

    आपने क्या देखा? प्रथम पांच वाक्यों में संज्ञा ‘पेड़-पौधे’ दुहराए जाने पर वाक्य भद्दे हो गए, जबकि नीचे के पांच वाक्य सुन्दर हैं। आपने यह भी देखा होगा की ‘वे’ और ‘उनसे’ पद पेड़-पौधे की और संकेत करते हैं। अतः उक्त वाक्यों में ‘वे’ और ‘उनसे’ सर्वनाम हैं।

    मूलतः सर्वनामों की संख्या ग्यारह है –

    मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, कोई और कुछ आदि।

    सर्वनाम के भेद:

    सर्वनाम के पांच भेद होते हैं –

    1. पुरुषवाचक सर्वनाम
    2. निजवाचक सर्वनाम
    3. निश्चयवाचक सर्वनाम
    4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम
    5. प्रश्नवाचक सर्वनाम
    6. सम्बन्धवाचक सर्वनाम

    1. पुरुषवाचक सर्वनाम

    जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता द्वारा खुद के लिए या दुसरो के लिए किया जाता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।

    जैसे – मैं, हम (वक्ता द्वारा खुद के लिए), तुम और आप (सुनने वाले के लिए) और यह, वह, ये, वे (किसी और के बारे में बात करने के लिए) आदि।

    पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    नीचे लिखे उदाहरणों को देखें –

    • मैं फिल्म देखना चाहता हूँ।
    • मैं घर जाना चाहती हूँ।
    • आप कहते हैं तो ठीक ही होगा।
    • तुम जब तक आये तब तक वह चला गया।
    • आजकल आप कहाँ रहते हैं।
    • वह पढने में बहुत तेज है।
    • यह व्यक्ति विश्वसनीय नहीं है।

    पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद

    पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं -:

    1. उत्तमपुरुष : जिन शब्दों का प्रयोग बोलने वाला खुद के लिए करता है। इसके अंतर्गत मैं, मेरा, मेरे, मेरी, मुझे, मुझको, हम, हमें, हमको, हमारा, हमारे, हमारी  आदि आते हैं। जैसे – मैं फुटबॉल खेलता हूँ। हम दो, हमारे दो।
    2. मध्यम पुरुष : जिन शब्दों का प्रयोग सुनने वाले के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत तू, तुझे, तुझको, तेरा, तेरे, तेरी, तुम, तुम्हे, तुमको, तुम्हारा, तुम्हारे, तुम्हारी, आप आदि आते हैं। जैसे – तुम  बहुत अच्छे हो।
    3. अन्य पुरुष : जिन शब्दों का प्रयोग किसी तीसरे व्यक्ति के बारे में बात करने के लिए होता है। इसके अंतर्गत यह, वह, ये, वे आदि आते हैं। इनमें व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण भी शामिल हैं।

    (पुरुषवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें – पुरुषवाचक सर्वनाम – भेद, उदाहरण)

    2. निजवाचक सर्वनाम

    जिन शब्दों का प्रयोग वक्ता किसी चीज़ को अपने साथ दर्शाने या अपनी बताने के लिए करता है, वे निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

    निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे-:

    • मैं अपने कपडे स्वयं धो लूँगा।
    • मैं  वहां अपने आप चला जाऊंगा।
    • मैं सुबह जल्दी उठता हूँ।
    • अपने देश की सेवा करना ही मेरा लक्षय है।
    • वहां जो गाडी खड़ी है वह मेरी है।

    ऊपर दिए वाक्यों में वक्ता ने खुद के लिए स्वयं और अपने आप का प्रयोग  कामों को खुद से जोड़ने के लिए किया।

    जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग श्रोता के लिए हो वहाँ यह आदर-सूचक मध्यम पुरुष होता है और जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग अपने लिए हो वहाँ निजवाचक होता है।

    (निजवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – निजवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण)

    3. निश्चयवाचक सर्वनाम

    जिन सर्वनाम शब्दों से किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान की निश्चितता का बोध हो वे शब्द निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

    निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे -: यह, वह आदि।

    • यह कार मेरी है।
    • वह मोटरबाइक तुम्हारी है।
    • ये पुस्तकें मेरी हैं।
    • वे मिठाइयाँ  हैं।
    • यह एक गाय है।
    • वह एक बार फिर प्रथम आया।

    ऊपर दिए वाक्यों में यह, वह, ये, वे आदि का इस्तेमाल वस्तु, व्यक्ति आदि की निश्चितता का बोध कराने के लिए किया गया है अतः ये निश्चयवाचक सर्वनाम कहलायेंगे।

    (निश्चयवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – निश्चयवाचक सर्वनाम – भेद, उदाहरण)

    4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

    जिन सर्वनाम शब्दों से वस्तु, व्यक्ति, स्थान आदि की निश्चितता का बोध नही होता वे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

    अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे-: कुछ, कोई आदि।

    • मुझे कुछ खाना है।
    • मेरे खाने में कुछ गिर गया।
    • मुझे बाज़ार से कुछ लाना है।
    • कोई आ रहा है।
    • मुझे कोई नज़र आ रहा है।
    • तुमसे कोई बात करना चाहता है।
    • किसी ने तुम्हारे लिए ये भेजा है।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में वक्ता सिर्फ अंदाजा लगा रहा है लेकिन हमे कस्तू या व्यक्ति की निश्चितता का बोध नहीं हो रहा है।  अतः कुछ, कोई आदि शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम की श्रेणी में आते हैं।

    (अनिश्चयवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – अनिश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण)

    5. प्रश्नवाचक सर्वनाम

    जिन शब्दों का प्रयोग किसी वस्तु, व्यक्ति आदि के बारे में कोई सवाल पूछने या उसके बारे में जान्ने के लिए किया जाता है उन शब्दों को प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।

    प्रश्नवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे- कौन, क्या, कब, कहाँ आदि।

    • देखो तो कौन आया है?
    • आपने क्या खाया है?
    • मैं जानना चाहत हूँ की तुम कौन हो।
    • तुम बाज़ार से क्या लाये हो ?
    • वर्तमान में तुम क्या करते हो ?
    • आप क्या करना बेहद पसंद करते हैं।

    ऊपर दिए वाक्यों में ‘कौन‘ तथा ‘क्या‘ शब्दों का प्रयोग करके किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है। अतः ये प्रश्नवाचक सर्वनाम की श्रेणी में आएंगे।

    (प्रश्नवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – प्रश्नवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण)

    6. सम्बन्धवाचक सर्वनाम

    जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी वस्तु या व्यक्ति का सम्बन्ध बताने के लिए किया जाए वे शब्द सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

    सम्बन्धवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे :- जो-सो, जैसा-वैसा आदि।

    • जैसी करनी वैसी भरनी।
    • जो सोवेगा सो खोवेगा जो जागेगा सो पावेगा।
    • जैसा बोओगे वैसा काटोगे।

    ऊपर दिए वाक्यों में ‘जो-सो’ ‘जैसे-वैसे’ शब्दों का प्रयोग करके किसी वस्तु या व्यक्ति में सम्बन्ध बताया जा रहा है। अतःये शब्द सम्बन्धवाचक सर्वनाम की श्रेणी में आते हैं।

    (सम्बन्धवाचक सर्वनाम के बारे में गहराई से पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – सम्बन्धवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण)

    सर्वनाम से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं। 

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    39 thoughts on “सर्वनाम : परिभाषा, भेद, उदाहरण, वाक्य, शब्द”
    1. प्रसन वाचक सर्वनाम के उदाहरण में क़ुएस्तिओमार्क का सैगन नही लगाया hai

    2. शिक्षा सम्बंधित जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे says:

      बहुत अच्छे तरीके से आप ने सभी कंटेंट को लिख रखा on page seo भी जबरदस्त है ब्रो मै बस यही चाहता हू कि एक बार आप मेरा भी कंटेंट देखे शुक्रिया
      और हा मेरी वेबसाइट एजुकेशन से सम्बंधित है विधार्थी इसे अवश्य visit करें शुक्रिया

    3. सर्वनाम के भेद 6 होते हैं जो आपने 5 लिखे हैं ।

    4. Thanks very helpful!!!
      It’s very helpful because it contain very brief content of one topic

    5. बहूत ही बेहतरीन!👌
      😊ऐसे कम वाक्य में इतना समझा लेना कोई आप से सीखे-
      सीखे कोई आप से…
      धन्यवाद!

    6. T+hanks for helping me if i would fail my exam u know what wold happen so,thank you so much google

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *