विषय-सूचि
सकर्मक क्रिया की परिभाषा
जिस क्रिया में कर्म का होना ज़रूरी होता है वह क्रिया सकर्मक क्रिया कहलाती है। इन क्रियाओं का असर कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता है। सकर्मक अर्थात कर्म के साथ।
जैसे: विकास पानी पीता है। इसमें पीता है (क्रिया) का फल कर्ता पर ना पडके कर्म पानी पर पड़ रहा है। अतः यह सकर्मक क्रिया है।
सकर्मक क्रिया के उदाहरण
- हरीश फुटबॉल खेलता है।
- मनीषा खाना पकाती है।
- आतंकी गाडी चलाता है।
- पुष्प कलि को बुलाता है।
ऊपर दिए गए उदाहरणों में जैसा कि आप देख सकते हैं कि क्रिया का सीधा असर कर्ता पर ना पड़कर कर्म पर पड़ रहा है।
चूंकि इस वाक्य में कर्म है इसलिए यहाँ क्रिया सकर्मक होगी। अतः यह उदाहरण सकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
- रमा चटनी बनाती है।
- रवीश हिंदी बोलता है।
- अंकुश शरीर खुजलाता है।
- राधा सब्जी बनाती है।
- रमेश सामान लाता है।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए कुछ उदाहरणों में देख सकते हैं कि वाक्य में कर्म के होने से क्रिया का सीधा असर कर्ता पर ना पड़कर कर्म पर पद रहा है।
जैसा कि हम जानते हैं कि जब कर्म होता है तब क्रिया सकर्मक क्रिया होती है। अतएव यह उदाहरण सकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
- पिंकू संतरा खाता है।
- महेश शिकार करता है।
- मोहन खाना खायेगा।
- सीता खाना पकाएगी।
- हनुमान सीता को लाएगा।
- राम रावण को मारता है।
ऊपर दिए गए उदाहरणों में आप देख सकते हैं कि सभी वाक्यों में कर्म है। खाता है, करता है, खायेगा, मारता है आदि क्रियायों का सीधा असर कर्ता पर ना पड़कर संतरा, शिकार, खाना आदि कर्म के होने से कर्म पर पड़ता है।
हमें पता है कि जब कर्म होता है तो क्रिया सकर्मक होती है। अतः यह सारे उदाहरण सकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
सकर्मक क्रिया के भेद
सकर्मक क्रिया के दो भेद होते हैं :
- एककर्मक क्रिया
- द्विकर्मक क्रिया
1. एककर्मक क्रिया:
जिस क्रिया में एक ही कर्म हो वह क्रिया एककर्मक क्रिया कहलाती है। जैसे:
- श्याम रोटी खाता है।
- विपिन किताब पढता है।
- विकास फुटबॉल खेलता है।
ऊपर दिए गए वाक्यों से जैसा की आप समझ सकते है, इन सब में एक ही कर्म है जैसे श्याम, विपिन एवं विकास आदि। हम यह भी जानत हैं कर्म वह कारक होता हिया जिस पर क्रिया का प्रभाव पड़ता है। अतः ऊपर दिए गए उदाहरण एककर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
- मनीषा खाना पकाती है।
- हरीश फुटबॉल खेलता है।
- मनीषा खाना पकाती है।
- आतंकी गाडी चलाता है।
उपर दिए गए उदाहरणों में आप देख सकते हैं कि सभी वाक्यों में एक ही कर्म है अतः यह सभी उदाहरण एककर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
2. द्विकर्मक क्रिया
जिस क्रिया में दो कर्म होते हैं वह द्विकर्मक क्रिया कहलाती है। पहला कर्म सजीव होता है एवं दूसरा कर्म निर्जीव होता है।
जैसे : श्याम ने राधा को रूपये दिए। ऊपर दिए गए उदाहरण में देना क्रिया के दो कर्म है राधा एवं रूपये। अतः यह द्विकर्मक क्रिया के अंतर्गत आएगा।
- मैंने राधा का खाना खा लिया।
- विकास श्याम की गाडी चलाता है।
- राम रावण के मुकुट को गिराता है।
- शुभम कालू की पत्तंग उड़ाता है।
- अर्जुन दुर्योधन को पछाड़ता है।
- आकाश विकास का काम करता है।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते हैं कि सभी वाक्यों में डो कर्म हैं पहला सजीव और दूसरा निर्जीव है।
जब वाक्य में दो कर्म होते है तो यह द्विकर्मक क्रिया का उदाहरण होता है। अतः यह उदाहरण द्विकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।
सकर्मक क्रिया के बारे में यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
राम खाता है, में कौनसी क्रिया है….
फ़ास्ट रिप्लाई
Sakarmak
Khana Sakarmak hai
Isa Bhoothkal mein prayog karein
सकर्मक
akarmak
Swabhavik roop se hone vali kriya kaun si hoti hai
Pani girta hai kaun sa kriya hai
Reena Jor SE hasti h kon si kriya
Isme akarmak kriya h ,chunki isme hasna vakye ke sath hi khatam hua h aur iska prabav karta pr bi nhi pd rha h .
राम विद्यालय जाता है वाक्य अकर्मक है या सकर्मक
बहुत अच्छी प्रस्तुति । लेकिन ध्यान दीजिए – द्विकर्मक क्रिया के नीचे दिए गए उदाहरणों में गलती है ।
अर्जुन दुर्योधन को पछाड़ता है।
Is bakye me nirjeev kya