श्रीलंका में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच अमेरिका ने देश के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना को कहा कि संसद को दोबारा संचालित किया जाए और श्रीलंका के नागरिकों द्वारा लोकतान्त्रिक प्रक्रिया से चयनित प्रतिनिधि को दायित्व सौंपा जाए कि कौन सरकार का नेतृत्व करेगा।
अमेरिका के राज्य विभाग के प्रतिनिधि ने सभी वर्गों से दरख्वास्त की कि हिंसा और धमकी से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के स्पीकर से मशविरा कर उन्होंने राष्ट्रपति से जनता के प्रतिनिधि को सरकार का जिम्मा सौंपने का आग्रह किया था।
राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने शुक्रवार को रनिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद की गद्दी सौंप दी थी। साथ ही उन्होंने 16 नवम्बर तक संसद को बर्खास्त कर दिया था।
रनिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री पद को त्यागने के लिए इनकार दिया और संसद में एक आपात बैठक बुलाने की मांग की ताकि वह पार्टी का बहुमत साबित कर पाए। मैत्रिपाला सिरिसेना ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रचने वाला कैबिनेट का ही एक मंत्री है।
इसके बाद आज महिंदा राजपक्षे नें श्रीलंका में चुनाव कराने की घोषणा की है।
राष्ट्रपति सिरिसेना ने कहा कि जांचकर्ताओं ने उस मंत्री का नाम उजगार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और रक्षा मंत्री की हत्या का षड़यंत्र रचा गया था। उन्होंने कहा कि उनके पास एकमात्र विकल्प था कि वह रनिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री बनाये।
रनिल विक्रमसिंघे के करीबी पूर्व क्रिकेटर और सांसद अर्जुन रणतुँगा को प्रधानमंत्री राजपक्षे के समर्थकों ने बंधी बनाने के लिए घेरा था। उनकी सुरक्षा में मुस्तैद कर्मियों ने बचाव में फायरिंग की थी। इस हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि दो अन्य घायल हो गए थे।