पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने शाहबाज़ शरीफ को 10 दिन की रिमांड पर नेशनल अकॉउंटीबलिटी ब्यूरो को सौंप दिया है। शाहबाज़ शरीफ पर 1400 करोड़ रुपये का हाउसिंग घोटाले का आरोप है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के अध्यक्ष शाहबाज़ शरीफ को एनएबी ने शुक्रवार को मामले की जांच के लिए 15 दिन की रिमांड पर गिरफ़्तार कर लिया था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के छोटे भाई शाहबाज़ शरीफ पर करोड़ो के घोटाले का आरोप है। नवाज़ शरीफ पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगे थे जिसमे उन्हें 11 वर्ष के कारावास की सज़ा सुनाई गई थी।
पीएमएलएन के कार्यकर्ताओं ने अदालत परिसर में भीड़ जमा कर रखी है। वे इमरान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं साथ ही वे इस मामले को इमरान खान का शरीफ बंधुओं से बदला कह रहे हैं।
शाहबाज़ शरीफ ने अदालत में आरोपों को नकारते हुए कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने लाखों रुपयों की बचत की हैं। उन्होंने अदालत से कहा कि उनके केस को राजनीतिक लिहाज़ से देखा जाए क्योंकि उन्होंने एक पाई का भी गबन नहीं किया है।
शाहबाज़ शरीफ पर 14 बिलियन का आशियाना हाउसिंग प्रोजेक्ट और 4 बिलियन का साफ पानी प्रोजेक्ट के घोटाले के आरोप है।
नवाज़ शरीफ ने इन आरोपों को राजनीति का सबसे भद्दा स्वरूप बताया। उन्होंने कहा शाहबाज़ शरीफ ने पंजाब के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए ईमानदारी और पारदर्शिता के कई उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। उन्होंने कहा पाकिस्तान तहरीके इंसाफ इस सबके लिए जिम्मेदार है।
शाहबाज़ शरीफ के साथ ही उनके पुत्र और विपक्षी पार्टी के नेता हमजा शाहबाज़ पर आरोपी कंपनी के निदेशक होने के आरोप है। जिन्होंने अपनी पसंदीदा कंपनी को कॉन्टैक्ट दिया।
पीएमएलएन के नेताओं में रोष उमड़ा हुआ है।उनका कहना है कि तानाशाह परवेज़ मुशर्रफ के कार्यकाल में हमने एनएबी का सामना किया था और पार्टी कार्यकर्ताओं में इतना साहस है कि इमरान खान को भी झेल लेंगे।
शाहबाज़ शरीफ के दामाद अली इमरान यूसुफ और उनके विश्वशनीय आहड़ चीहा और फवाद हसन फवाद पर भी घोटाले के आरोप है। अली इमरान जांच से बचने के लिए लंदन फरार हो गया है।
बीती जुलाई में नवाज़ शरीफ, पुत्री मरियम और दामाद कैप्टेन मुहम्मद सफदर को क्रमशः 11 वर्ष, 8 वर्ष और 1 वर्ष की सज़ा सुनाई गई थी। अलबत्ता पिछले माह इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने इन्हें जमानत दे दी है। नवाज़ शरीफ पर पनामा पेपर खुलासे के आरोप भी है।