रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव ने अमेरिका पर वेनेजुएला में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ तख्तापलट करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। यह संघर्ष से जूझ रहे देश में रुसी सैन्य सहायता के कारण हुआ है।
रायटर्स के मुताबिक रूस के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ से फ़ोन पर बातचीत करते हुए वेनेजुएला में तख्तापलट की कोशिशों की शिकायत की है।
बयान के मुताबिक “ऐसे कदम किसी संप्रभु राष्ट्र के आंतरिक मामलों में साफ़ दिल और यूएन के नियमों का उल्लंघन है।” इससे पूर्व माइक पोम्पिओ ने रूस को चेतावनी दी थी कि “मास्को मादुरो के समर्थन के लिए वेनेजुएला में मिलिट्री सैनिकों को प्रवेश करा रहा है, अमेरिका इस पर शांत नहीं बैठेगा।”
रुसी न्यूज़ एजेंसी स्पुटनिक ने रविवार को रिपोर्ट प्रकाशित की कि “सप्ताहांत में दो रुसी सैन्य विमानों ने वेनेजुएला में सैनिकों और उपकरणों को भेजा था। इस रिपोर्ट पर रुसी प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी नहीं की है।”
अमेरिका के पोम्पिओ ने कहा था कि “रूस की सेना की दखलंदाज़ी दक्षिणी अमेरिकी देश में राजनीतिक संकट को अधिक लम्बे समय तक खीचेंगी।” वेनुजुएला एक तेल से संपन्न मुल्क है, लेकिन आर्थिक संकट से जूझ रहा है। वेनुजुएला में महंगाई ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है और खाद्य सामग्री व बुनियादी उत्पादों की काफी कमी है।”
राष्ट्रपति मादुरो को सेना, रूस, चीन व दर्जनों अन्य राष्ट्रों का समर्थन प्राप्त है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति आर्थिक संकट के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय मदद लेने को तैयार नहीं है और उनके मुताबिक उनका देश भिखारी नहीं है। राष्ट्रपति की लापरवाही और हटी रवैये के कारण कई छोड़ने पर मज़बूर होना पड़ा है। उनके खिलाफ देश में आक्रोश है, लोग उनकी गलत नीतियों और रवैये को इस आर्थिक संकट का जिम्मेदार मानते हैं।