भारत को छोड़ मालदीव ने मित्र राष्ट्रों में भेजे राजदूत, वर्तमान संकट के बारे में देंगे अपडेट
राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यालय के बयान के मुताबिक मालदीव राजदूतों को अपने मित्र व अनुकूल राष्ट्रों के पास भेजेगा।
राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यालय के बयान के मुताबिक मालदीव राजदूतों को अपने मित्र व अनुकूल राष्ट्रों के पास भेजेगा।
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से मालदीव संकट में दखल देने की मांग की है। भारत भी इश मामले में पूरी नजर बनाए हुए है।
मालदीव में राजनीतिक संकट गहरा चुका है। मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने 15 दिन की आपातकाल की स्थिति घोषित की।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा है कि भारत दक्षिण एशिया में चीन की बीआरआई परियोजना पर कुछ हद तक लगाम कसने में कामयाब हुआ है।
मालदीव ने भारत सरकार को उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करने का प्रस्ताव भेजा है। संभावना है कि अगले महीने वार्ता हो सके।
मालदीव में सरकार समर्थित एक अखबार में भारत-विरोधी संपादकीय लिखा गया है। इसे राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन का मुखपत्र माना जा रहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने मालदीव के साथ अपने संबंधों को सबसे अधिक महत्व दिया है।
भारत के नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लानबा के मुताबिक हिंद महासागर क्षेत्र में चीन को घेरने के लिए भारतीय नौसेना को मजबूत किया जाएगा।
मालदीव ने चीन के साथ मुक्त व्यापार क्षेत्र (एफटीए) समझौते पर हस्ताक्षर किए है। जबकि वह पिछले साल भारत के साथ समझौता करना चाहता था।
भारत अब चीन के खिलाफ अमेरिका को साथ लेकर काम कर रहा है। मालदीव व श्रीलंका में भारत-अमेरिका दोनों देश चीन व आईएस के खिलाफ एकजुट हो गए है।