चीन की बेल्ट एंड रोड योजना का मुकाबला करने में जापान सक्षम
एशिया और यूरोप में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए चीन की भव्य योजनाओं के खिलाफ जापान, अमेरिका व भारत मिलकर काम कर रहे है।
एशिया और यूरोप में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए चीन की भव्य योजनाओं के खिलाफ जापान, अमेरिका व भारत मिलकर काम कर रहे है।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा है कि भारत दक्षिण एशिया में चीन की बीआरआई परियोजना पर कुछ हद तक लगाम कसने में कामयाब हुआ है।
अमेरिका को वैश्विक स्तर पर पछाड़ दुनिया का नेतृत्व करने की तैयारी कर रहे चीन ने नए साल 2018 में अपना विस्तार अधिक करने का संकल्प दोहराया है।
सोमवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत के पास कुशल राजनियकों व राजनेताओं की भरमार है।
श्रीलंका ने हंबनटोटा बंदरगाह को 99 साल के लिए चीन को पटटे पर दे दिया है। ऐसे में यह भारत के लिए चिंता का विषय है।
वर्तमान हालातों पर बात की जाए तो चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट की वजह से चीन व पाकिस्तान के बीच में मतभेद खुलकर सामने आए है।
जापानी सरकार, चीन के साथ निजी क्षेत्र की साझेदारी को वित्तीय मदद का समर्थन करते हुए चीन के बेल्ट एवं सड़क परियोजना को मदद करेगा।
चीनी विशेषज्ञ ने कहा है कि सीपीईसी प्रोजेक्ट के तहत पाक की तरफ से बांध निर्माण मना करने से चीन-पाक के रिश्तों में कोई खटास नहीं आएगी।
चीन संबंधों के अमेरिकी विशेषज्ञ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें दुनिया का एकमात्र दिग्गज राजनेता बताया है।
चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) प्रोजेक्ट के तहत पाकिस्तान ने एक तरह से खुद का नियंत्रण चीन को सौंप दिया है।