Sun. May 19th, 2024

Tag: भारत

चीन से अधिक करीब आकर भारत से उठाएंगे ज्यादा फायदा- नेपाली प्रधानमंत्री के पी ओली

नेपाल के नए प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा है कि वो चीन के साथ संबंधों को अधिक मजबूत करके भारत के साथ समझौते से अधिक फायदा लेंगे।

कनाडाई पीएम के भारत दौरे पर मोदी सरकार नहीं दे रही उचित सम्मान

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि राजनयिक प्रोटोकॉल के नियमों के मुताबिक प्रधानमंत्री को निजी तौर पर हवाईअड्डे पर स्वागत करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

हसन रूहानी व पीएम मोदी चाबहार बंदरगाह सहित 10 अन्य मुददों पर करेंगे चर्चा

हसन रूहानी ने हैदराबाद में पश्चिमी शक्तियों के खिलाफ एकता के बारे में और विभिन्न धर्मों के लोगों के "शांतिपूर्ण सहअस्तित्व" के लिए भारत की प्रशंसा की।

कनाडाई पीएम का भारत दौरा आज से शुरू, सिख अतिवाद मुद्दे पर भी होगी चर्चा  

कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का सात दिवसीय भारत दौरा आज से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान दोनों देशों के नेता के बीच में मुलाकात होगी।

पेटीएम बनाम व्हाट्सप्प: भारतीय डिजिटल पेमेंट जगत में बड़ी टक्कर

भारतीय डिजिटल भुगतान क्षेत्र में इस समय भीषण युद्ध छिड़ा हुआ है। काफी समय से अकेले युद्ध के मैदान में खड़े पेटीएम को अब बड़ी विदेशी कंपनियों का सामना करना…

चीन अरूणाचल प्रदेश पर दावा क्यों करता है? जानिए भारत-चीन सीमा विवाद

भारत व चीन के बीच में मुख्य विवाद राज्य के उत्तरी भाग तवांग को लेकर है। जहां भारत का सबसे बड़ा मठ और एक प्राचीन व्यापार शहर है।

भारत-ईरान संबंधः दोनो देशों के बीच है द्विपक्षीय, सैन्य व मजबूत व्यापारिक संबंध 

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी 15 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे है। इस दौरान कूटनीतिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।

आईएस के खात्मे पर भारत ने इराक की प्रशंसा की, आर्थिक सहायता का आश्वासन

भारत ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी संगठन पर इराक को जीत के लिए बधाई दी और आर्थिक पुनर्निर्माण प्रक्रिया में अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया है।

आरएसएस की भारतीय लोकतंत्र इतिहास में थी महत्वपूर्ण भूमिका

भारत-पाक विभाजन के दौरान आरएसएस ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के लिए 3,000 से अधिक राहत शिविरों का आयोजन करने में मदद की थी।

मालदीव में जारी गतिरोध खत्म करने के लिए भारत क्या कर सकता है?

विश्लेषकों का मानना है कि मालदीव में गतिरोध समाप्त करने के लिए भारत के पास कई विकल्प मौजूद है। इसमे से सैन्य विकल्प प्रमुख है।