संसद के शीतकालीन सत्र के दुसरे दिन बुधवार को राफेल डील पर जेपीसी, राम मंदिर और किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस, शिवसेना और अन्नाद्रुमुक के प्रदर्शन के बीच सभापति सुमित्रा महाजन ने दोपहर तक के लिए संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी।
जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ वैसे ही कांग्रेस, शिवसेना और अन्नाद्रुमुक के सांसद पोस्टर और बैनर लिए और नारे लगाते हुए वेल में आ गए।
कांग्रेस के सांसद राफेल डील में ब्रश्ताचार की जाँच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे थे जबकि शिवसेना के सांसद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग में नारे लगा रहे थे। जबकि अन्नाद्रुमुक के सांसद कावेरी डेल्टा के किसानों के साथ अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन असफल रहीं। और दोपहर य्तक के लिए संसद की कार्यवाही स्थगित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवानी कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी और मल्लिकार्जुन खडके सहित सभी बड़े नेता संसद में मौजूद थे।
11 दिसंबर मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई। पहले दिन दिवंगत संसद सदस्यों को श्रधांजलि देने के बाद संसद दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण बिल पास होने हैं और कई बिल पहली बार संसद के पटल पर रखे जाने हैं।
अन्य खबरें:
- विधानसभा चुनाव परिणाम: विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर राजा सिंह लोढ़ रहे तेलंगाना में भाजपा के एकलौते विजयी उम्मीदवार
- राजस्थान: अनुभवी अशोक गहलोत को मिल सकती है नई सरकार की कमान, मुख्यमंत्री रेस में पायलट से आगे
- विधानसभा चुनाव परिणामों को ममता बनर्जी ने बताया भाजपा के अंत की शुरुआत