फ़िल्म 1942: एक प्रेम कथा के लिए मनीषा कोईराला का टेस्ट लेते समय निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने उन्हें खराब अभिनेत्री कह दिया था पर मनीषा कोईराला हार मानने वालों में से नहीं थीं।
मनीषा ने विधु से एक और मौका माँगा। मनीषा की अगले दिन की प्रस्तुस्ती देखकर विधु कुछ देर तक शांत रहे और उसके बाद उन्होंने कहा था कि, “यदि इस तरह से दिल लगाकर तुम मेरे फ़िल्म के हर एक दृश्य के लिए काम करोगी तो मैं माधुरी दीक्षित की जगह तुम्हे ले लूँगा। कल तुम शून्य थी पर आज 100 पर हो।”
मनीषा ने अपनी ज़िन्दगी के इन क्षणों को अपनी पुस्तक ‘ Healed: How Cancer Gave Me a New Life’ में लिखा है। मनीषा ने लिखा है कि, “मुझे अपना स्क्रीन टेस्ट याद है जब विधु विनोद चोपड़ा ने मुझे एक दृश्य करने के लिए बुलाया था।
पर वह निराश हो गए और उन्होंने कहा कि, ‘मनीषा तुम बकवास थी। तुम ख़राब अभिनेत्री हो।’ और यह मैं स्वीकार नहीं कर सकती थी। मेरे अन्दर की योद्धा औरत को चुनौती मिली थी। मैंने उनसे 24 घंटे की और मोहलत मांगी। घर जाकर मैंने जमकर अभ्यास किया।
मैं बार-बार वही कर रही थी जबतक मेरी माँ मुझपर गुस्सा नहीं हो गई। मेरी माँ ने कहा कि तुम अपने साथ क्या कर रही हो? अगर तुम्हे फ़िल्म नहीं मिलती है तो कोई बात नहीं। इसके लिए खुद की जान मत ले लो।”
मनीषा ने आगे बताया कि अगले दिन अपनी प्रस्तुति में उन्होंने अपनी आत्मा झोंक दी थी और उन्हें फ़िल्म के लिए साइन कर लिया गया था।”
मनीषा कोइराला ने 2012 में अभिनय से थोड़ा सा ब्रेक लिया था और अब वह फिर से वापस आ गईं हैं। हाल ही में उन्होंने ‘डियर माया’, ‘संजू’ और ‘लस्ट स्टोरीज’ जैसी फ़िल्मों में काम किया है।
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