समाजवादी पार्टी के बागी नेता और कुछ महीनों पहले ही अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी समाजवादी पार्टी (लोहिया) की स्थापना करने वाले शिवपाल यादव ने कहा है कि वो 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हारने के लिए कांग्रेस के साथ हाथ मिला सकते हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव में संभावित गठबंधन के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा “राज्य के 75 जिलों में हमारा संगठन है। पार्टी ने सभी सीटों पर भाजपा के खिलाफ… भाजपा को हराने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हम कांग्रेस के साथ गठबंधन भी कर सकते हैं।”
राम मंदिर के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि जो भूमि विवादित है उस भूमि पर भगवान राम का मंदिर नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा “सरयू के किनारे बहुत ही जमीने खाली है, कहीं भी मंदिर बन सकता है और अगर उन जगहों पर मंदिर बनाना है तो मैं भी सहयोग करने को तैयार हूँ।” उन्होंने कहा जब मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो अनावश्यक विवाद करने का कोई मतलब नहीं।
हनुमान की जाति के सवाल पर उन्होंने कहा कि हनुमान एक भगवान है और जो उन्हें एक जाति और समुदाय में परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं वो संकीर्ण मानसिकता के लोग हैं।
उत्तर प्रदेश में 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र समाजवादी पार्टी और बहुजन सामाज पार्टी आपस में गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस को बाहर रखने की तैयारियां चल रही है। तीन राज्यों में अपनी जीत से उत्साहित कांग्रेस महागठबंधन से बाहर रहने की स्थिति में प्लान-बी पर काम कर रही है ऐसे में शिवपाल यादव का कांग्रेस के साथ गठबंधन वाला बयां उन्हें राहत पहुंचा सकता है।
शिवपाल यादव भी जानते हैं कि उनकी नई पार्टी वोट भले ही थोड़े बहुत काट ले लेकिन किसी पार्टी को ज्यादा नुकसान पहुँचाने की स्थिति में नहीं होगी। ऐसे में कांग्रेस के साथ गठबंधन शिवपाल की पार्टी के लिए मुफीद विकल्प है।