उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल में अवैध खनन के संबंध में सीबीआई द्वारा एक दर्जन से अधिक छापेमारी के बाद लखनऊ में एसपी मुख्यालय के बाहर बसपा-सपा के बंधन को दर्शाने वाले वाले बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
सुल्तानपुर से एसपी यूथ विंग के नेता दीपू श्रीवास्तव द्वारा लगाए गए होर्डिंग्स, में बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं और पोस्टर पर अखिलेश का हाल का बयान अंकित है: “हमारे पास गठबंधन है और बीजेपी के पास सीबीआई।”
होर्डिंग में यह भी कहा गया है, “सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। पोस्टर में सपा और बसपा के विचारकों राम मनोहर लोहिया और बीआर अंबेडकर के चित्र भी हैं।”
मायावती ने सोमवार को अखिलेश को अपना पूरा समर्थन देने की बात कही थी। सत्तारूढ़ भाजपा पर राजनितिक दुश्मनी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की साजिशों से डरना नहीं चाहिए बल्कि सर उठा कर सामना करना चाहिए। बसपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस की तरह, सत्तारूढ़ भाजपा झूठे मामलों में अपने विरोधियों को ‘फंसाने’ के लिए सरकारी मशीनरी का ‘दुरुपयोग’ कर रही है।
उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था “सीबीआई छापे और बाद में खनन घोटाले में सीबीआई द्वारा पूछताछ करने की धमकी भाजपा की राजनीतिक दुश्मनी के अलावा और कुछ नहीं है। इस तरह की क्षुद्र राजनीति और राजनीतिक साजिश भाजपा के लिए नई नहीं है। देश की जनता ने इसे समझ रही है और वे भाजपा को लोकसभा चुनावों में सबक सिखाएंगे।”
मायावती ने आरोप लगाया था कि लोकसभा चुनावों के लिए सपा-बसपा गठबंधन की खबर सामने आने के तुरंत बाद, भाजपा सरकार ने छापेमारी करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया।