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    सोलर रेल

    भारतीय रेलवे ने देश के इतिहास में पहली बार सौर ऊर्जा से चलने वाली रेल चलायी। यह रेल अपने पहले सफर में दिल्ली के सरई रोहिल्ला से हरियाणा के गढ़ी हरसारु जंक्शन तक जायेगी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट करके इस मौके पर पुरे देश को बधाई दी।

    आपको बता दें कि देश के इतिहास में यह पहली बार होगा जब कोई रेल पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलेगी। पहले भी रेलों में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल हुआ है, लेकिन यह पहली बार होगा जब कोई रेल पूरी तरह से ही सौर ऊर्जा से चले। इस कोच को चेन्नई में बनाया गया है और इसकी जीवन सीमा कम से कम 25 साल है।

    रेल के एक कोच में 89 लोग एक साथ सफर कर सकते हैं। रेल में कुल 10 कोच हैं जिनमे से 8 कोच यात्रियों के लिए हैं। इस रेल को बनाने में कुल खर्चा 13 .54 करोड़ का हुआ। रेल में कुल 16 सौर पैनल हैं जिनको बनाने में लगभग डेढ़ करोड़ का खर्चा किया।

    इस कदम से रेलवे को हर साल एक कोच से करीबन 2 लाख रूपए के डीज़ल की बचत होगी।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।