रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज गुरुवार को भारत दौरे पर आयेंगे। इसके बाद पुतिन कल यानी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
पुतिन के इस दौरे के दौरान भारत और रूस मिलकर लगभग 20 समझौते करेंगे। इन समझौतों में रक्षा, स्पेस यानी अंतरिक्ष, व्यापार, ऊर्जा आदि शामिल हैं।
पुतिन के इस दौरे के दौरान एक महत्वपूर्ण सौदा जो होने जा रहा है, वह है एस-400 रक्षा प्रणाली का सौदा। इस सौदे को हाल ही में रूसी विदेश मंत्रालय नें मंजूरी दी थी और इस सौदे की कुल कीमत करीबन 5 अरब डॉलर बताई जा रही है।
इसके अलावा भारत और रूस रक्षा के मामले में भी बातचीत करेंगे। आपको बता दें कि अगले महीनें 18 से 28 नवम्बर के बीच भारत और रूस मिलकर आतंकवाद के खिलाफ मिलकर सैन्य अभ्यास करेंगे।
एस-400 डील के बारे में आपको बता दें कि यह डील भारत और रूस के बीच काफी पहले ही निश्चित हो गयी थी। लेकिन अमेरिका नें इस डील पर आपत्ति जाहिर की थी, जिसकी वजह से इसमें काफी विलम्ब आ गया था।
अब हालाँकि दोनों देशों नें इस डील के होने पर मंजूरी दे दी है।
रूस की ओर से रूसी राजनयिक उशाकोव नें पुतिन के इस दौरे की जानकारी कल मास्को में मीडिया को दी। उन्होनें बताया कि दोनों नेता इस दौरे के अंत तक लगभग 20 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
इनमें परमाणु, अंतरिक्ष, आर्थिक मुद्दे और रक्षा जैसे मुद्दे शामिल हैं।
भारत को क्यों चाहिए एस-400?
एस-400 एक बेहतरीन मिसाइल प्रणाली है, जिसकी मदद से भारतीय सेना को काफी मजबूती मिलेगी। इसके अलावा चीन और पाकिस्तान के मुकाबले ये मिसाइल काफी मजबूत हैं।
आपको बता दें कि चीन नें 2015 में रूस के साथ एक समझौता किया था, जिसके जरिये चीन नें रूस से 6 एस-400 मिसाइल खरीदे थे। ऐसे में यह साफ़ है कि युद्ध जैसी स्थिति में भारत को भी पहले से ही अपने आप को तैयार रखना होगा।
इसके बाद अक्टूबर 2015 में भारत की ओर से एस-400 खरीदने के लिए बातचीत शुरू की गयी थी, जिसके बाद अब इसपर बात पक्की हुई है।