वैश्विक शेयर बाज़ार में लगातार गिरती जा रही रुपये की कीमत अब भारतीय आम बाज़ार पर सीधे असर डाल रही। एक ओर रुपये की कीमत गिरती जा रही है, वहीं दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने से देश की अर्थव्यवस्था पर दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
रुपये की कीमत के लगातार उतार-चढ़ाव वाले माहौल के बाद बुधवार की तुलना में शुक्रवार को बाज़ार खुलने के साथ ही रुपया थम गया है।
बुधवार को 73.60 रुपये प्रति डॉलर कीमत वाले रुपये ने शुक्रवार की सुबह भी 73.60 रुपये प्रति डॉलर से ही शुरुआत की है।
रुपये की इस मजबूती का कारण अमेरिकी डॉलर का तमाम मुद्राओं के सामने कमजोर पड़ना माना जा रहा है।
अभी हाल ही में ओपेक देशों ने भी भविष्य में कच्चे तेल की मांग को लेकर अपनी भविष्यवाणी में इसे कम दर्शाया था, जिसके बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है।
हाल ही में भारत ने भी ओपेक देशों के साथ बैठक कर तेल की बढ़ती कीमतों पर अपनी चिंता व्यक्त की हैं।