रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने हाल ही में कृष्णा-गोदावरी घाटी पर स्थित अपनी तेल इकाई को हमेशा के लिए बंद कर दिया। ये तेल इकाई KG-D6 ब्लॉक में स्थित है।
रिलायंस ने इसका कारण स्पष्ट करते हुए कहा है कि इस इकाई से होने वाले उत्पादन कि मात्रा अब शून्य हो गयी है, जिस वजह से इसे चलाने का अब कोई औचित्य नहीं है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने स्पष्ट किया है कि अब तेल उत्पादन में जल के बढ़ते स्तर व रेत भी एक समस्या के रूप में नज़र आ रही थी। गौरतलब है कि इस फील्ड से अब तक 0.53 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस व 31.4 मिलियन बैरेल तेल का उत्पादन हो चुका है।
इसी वित्तीय वर्ष मेन अप्रैल-जून तिमाही में इस फील्ड से होने वाली कमाई इसी दौरान हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की कुल कमाई का मात्र 0.1% ही थी, यही मुख्य कारण भी है कि कंपनी इसपर लगने वाली लागत भी बड़ी मुश्किल से निकाल पा रही थी जिस वजह से कंपनी ने इसे बंद करने का निर्णय लिया।
रिलायंस ने बताया है कि इससे संबन्धित सभी कंपनियों व संबन्धित सरकारी संस्थाओं को इसकी सूचना दे दी गयी है। गौरतलब है कि रिलायंस ने इस फील्ड पर लगभग 15 साल के लिए निवेश किया था, लेकिन इसे लगभग एक दशक तक ही चलाया जा सका।
अभी भी रिलायंस वहाँ पर अपनी खोज जारी रखे हुए है जिस पर लगभग 40,000 करोड़ का निवेश करने की योजना है। ज्ञात हो कि रिलायंस से संबन्धित तेल इंडस्ट्रीज़ के एमडी मुकेश अंबानी हैं।
साथ में यह भी बताते चलें कि इस ब्लॉक में रिलायंस कि हिस्से दारी 60%, UK की BP plc की हिस्सेदारी 30% व कनाडा की निको रिसौर्सेस की हिस्सेदारी शेष 10% की है और इस तरह रिलायंस के पास इससे संबन्धित कोई भी फैसला ले सकने का अधिकार सुरक्षित हैं।