‘द वॉल’ नाम से क्रिकेट के इतिहास में जाने जाने वाले राहुल द्रविड़ को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए 7 साल हो गए लेकिन वह आज भी अपने शांत स्वभाव से भारत के लिए योगदान देने में कामयाब है, वह इस समय युवा खिलाड़ियो के ऊपर काम कर रहे है जो भविष्य में राष्ट्रीय टीम के लिए एक मजबूत हिस्सा होंगे।
अपने 16 साल के टेस्ट करियर के अहम हिस्से में, द्रविड़ भारतीय टीम के लिए रीढ़ की हड्डी जैसे बने हुए थे, उनके साथ उस दौरान बल्लेबाजी में भारत के और दिग्गज खिलाड़ी भी आते है, जिसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे नाम शामिल है।
एक क्लासिक बल्लेबाज जिसने अपने खेल को लगभग अभेद्य रक्षा और एक ओवर-माई-डेड-बॉडी रवैये के साथ बनाया,, द वॉल ’एक प्यूरिस्ट की खुशी थी, हालांकि टीम के साथी अक्सर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों को ग्रहण करते थे।
उनकी पहली टेस्ट पारी में उनके 95 रन की पारी की शुरुआत 1996 में लॉर्ड्स में साथी खिलाड़ी गांगुली के शतक से छुप सी गई थी। तीन साल बाद, द्रविड़ ने श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप के एक मैच में 145 रन बनाए, लेकिन एक बार फिर गांगुली की 183 रन की पारी टॉकिंग पॉइंट था।
2001 कोलकाता के इर्डन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई द्रविड़ की 180 रन की पारी टीम की जीत में अहम थी लेकिन यहा पर भी एक बार सुर्खिया लक्ष्मण बटौर गए क्योंकि उन्होने 281 रन की पारी खेली थी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को 24000 रन के साथ समाप्त करते हुए, द्रविड़ उसके बाद से ही भारत की अंडर-19 टीम और इंडिया-ए टीम के खिलाड़ियो को ट्रेनिंग दे रहे है।
उनके सिखाए हुए कुछ खिलाड़ी इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छा कर रहे है जिसमें मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी जेसे कुछ खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में अपना पदार्पण कर चुके है। जबकि विजय शंकर इस समय विश्व कप की योजनाओ का हिस्सा बने हुए है। शुभमन गिल अंडर-19 विश्व कप के हीरो ने भी हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पदार्पण किया था।
अग्रवाल जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पदापर्ण करते दिखाई दिए उन्होने कहा है, ” द्रविड़ एक महान सलाहकार है।”
28 वर्षीय इस खिलाड़ी ने बताया द्रविड़ ने उन्हें खेल के लंबे प्रारूप में मानिसक ऊर्जा बनाने में मदद की है।
अग्रवाल ने आगे कहा, ” मैंने अपने खेले के बार में उनसे बात की है और वह मेरी खामियो को दूर करते है।”
“वह मुझे कहते है, तुम टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हो, तो अपने मानसिक ऊर्जा में बदलाव लाने की जरूरत है क्योंकि तुम्हें पांच दिन का खेल खेलना है।”
केएल राहुल द्रविड़ की खेल की गहरी समझ के एक और लाभार्थी हैं – द्रविड़ ने भारतीय राष्ट्रीय टीम से 164 टेस्ट मैच और 344 वनडे मैच खेले है।
26 वर्षीय राहुल, जो हाल में खराब फॉर्म से जुझ रहे थे जिसके बाद उन्हें इंडिया-ए की टीम से खेलेते हुए राहुल द्रविड़ की सलाह मिली और अब उन्होने भारत के लिए एक दमदार वापसी की है।
उन्होने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में खत्म हुई टी-20 सीरीज के दौरान 50 और 47 रन की पारी खेली, और इन पारियो का पूरा श्रेय उन्होने द्रविड़ को दिया।
राहुल ने पिछले हफ्ते कहा, ” भाग्यपूर्ण, मुझे इंडिया-ए के लिए खेलने का समय मिला वह कुछ ऐसे मैच थे जहां दबाव थोड़ा कम रहा है, तो वहां मैंने अपने अपनी कौशलता और तकनीक पर ध्यान केंद्रित किया।”