Mon. Dec 23rd, 2024
    aap congress

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नें आज दिल्ली में गठबंधन पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी दिल्ली में गठबंधन के लिए आम आदमी पार्टी को चार सीटें देने को तैयार है।

    राहुल गांधी नें कहा है कि यदि दिल्ली में आप और कांग्रेस का गठबंधन हो जाता है तो यहाँ से बीजेपी का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा।

    लेकिन, राहुल गांधी नें कहा कि अरविंद केजरीवाल नें इस बात से भी युटर्न ले लिया है।

    कांग्रेस अध्यक्ष नें यह भी साफ़ किया है कि समय निकल रहा है और कांग्रेस के द्वार अभी भी गठबंधन के लिए खुले हुए हैं।

    जाहिर है दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर काफी दिनों से पसोपेश चल रही थी। सबसे पहले यह खबर आई थी कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस को 1 सीट देने के लिए राजी थी। लेकिन कांग्रेस नें इसको मना कर दिया था।

    इसके बाद यह खबर थी कि कांग्रेस दिल्ली में कम से कम 3 सीटें मांग रही है।

    आम आदमी पार्टी इस ऑफर पर यह कहकर तैयार हो गई थी कि इसके बाद कांग्रेस को हरियाणा और चंडीगढ़ में भी आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना होगा। यह बात कांग्रेस को स्वीकार नहीं थी।

    जाहिर है 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी नें दिल्ली की सातों सीटों जीत ली थी। उस समय आम आदमी पार्टी को करीबन 34 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन वोट के बंटवारे के कारण वह एक भी सीट नहीं जीत सकती थी।

    इस बार राजनैतिक विशेषग्य कह रहे थे कि यदि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो बीजेपी सभी 7 सीट यहाँ हार सकती है।

    इसी बात को लेकर अरविंद केजरीवाल नें कई बार कहा था कि वे कांग्रेस से गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं।

    इससे पहले आज आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल नें गठबंधन पर कुछ नर्मी दिखाते हुए कहा था कि वे अमित शाह और नरेन्द्र मोदी की जोड़ी को हराने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।

    दिल्ली में कांग्रेस और आप के गठबंधन को सबसे पहले शीला दीक्षित नें अस्वीकार किया था। शीला दीक्षित नें कहा था कि आम आदमी पार्टी इतनी बड़ी शक्ति नहीं है और कांग्रेस अकेले दम पर चुनाव लड़ सकती है। इसके बाद हालाँकि पी सी चाको जैसे अन्य कांग्रेस के नेताओं नें शीर्ष नेताओं पर दबाव बनाया कि वे आम आदमी पार्टी से गठबंधन करें।

    अजय माकन नें तो यहाँ तक कह दिया था कि यदि दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन नहीं होता है तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।

    इसके बाद हालाँकि राहुल गांधी और अन्य नेताओं नें फिर से इस सुझाव पर चर्चा की और बाद में कांग्रेस पार्टी इस नतीजे पर पहुंची है।

    चूँकि अब राहुल गाँधी नें सार्वजानिक तौर पर अपनी शर्तें आम आदमी पार्टी को बता दी हैं तो यह लगता है कि अरविंद केजरीवाल जल्द ही इसपर कोई फैसला लेंगे।

    संजय सिंह का जवाब

    राहुल गांधी के इस बयान पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह नें कहा है कि कांग्रेस पंजाब और हरियाणा में आम आदमी पार्टी को सम्मानजनक सीट नहीं दे रही है।

    उन्होनें लिखा, “पंजाब में AAP के 4 सांसद 20 विधायक Cong एक भी सीट नही देना चाहती, हरियाणा जहाँ Cong का एक सांसद वहाँ भी Cong एक सीट नही देना चाहती, दिल्ली जहाँ Cong के 0 MLA 0 MP वहाँ आप हमसे 3 सीट चाहते हैं क्या ऐसे होता है समझौता? आप दूसरे राज्यों में भाजपा को क्यों नही रोकना चाहते?”

    अरविंद केजरीवाल का पलटवार

    राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद अरविंद केजरीवाल नें उनके इस ट्वीट का जवाब दिया है।

    केजरीवाल नें लिखा है कि अभी तो बातचीत चल ही रही है और आप बयानबाजी कर रहे हैं।

    उन्होनें लिखा, “कौन सा U-टर्न?अभी तो बातचीत चल रही थी आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं”

    पीसी चाको का बयान

    कांग्रेस के दिल्ली में नेता पीसी चाको नें अरविंद केजरीवाल के जवाब पर कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा 18 और सीटों पर गठबंधन की बात कह रही है। पहले हमें दिल्ली में साथ आना चाहिए। राहुल जी नें कहा है कि हमारे द्वार खुले हैं और इसे करना चाहिए। कोई भी फैसला जो एक राज्य में होता है, उसे अन्य राज्यों में भी लागू नहीं किया जा सकता है।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *