हाल ही में, “महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना” के मुख्य राज ठाकरे ने हिंदी भाषा के ऊपर टिपण्णी की थी और अब लगता है कि उन्हें देश की सबसे बोले जानी वाली भाषा के खिलाफ बोलना भारी पड़ गया। सोमवार को मुज़फ्फरपुर के कोर्ट में उनके खिलाफ एक केस दर्ज कराया गया है जिसके तहत उनपे हिंदी भाषा का अपमान करने का इलज़ाम लगा है।
ये केस, एक सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाश्मी ने दर्ज कराया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आरती कुमार सिंह के कोर्ट में दर्ज इस केस की सुनवाई 12 दिसम्बर को होगी।
ये शिकायत, कई सारे न्यूज़ चैनल्स की उन रिपोर्ट के आधार पर की गयी है जिसमें ठाकरे ने कहा था कि हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं हैं। उन्होंने आगे भी भाषा के बारे में बहुत कुछ अप्पतिजनक बाते की थी।
शिकायत के अनुसार, “मिस्टर ठाकरे के शब्दों ने सिर्फ मुझे ही ठेस नहीं पहुंचाई है बल्कि सभी हिंदी भाषा के चाहनेवालो को पहुंचाई है और उनका ये बयां पुरे देश के लिए अपमानजनक है।
भारतीय दंड सहिता की धारा 295(पूजाघर को हानि पहुँचाना ताकी किसी समुदाय के धर्म का अपमान हो), 296(धार्मिक विधानसभा को अशांत करना) और 298 (ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना जिससे दुसरो की धार्मिक भावनायों को आहत पहुंचे) के तहत ये शिकायत दर्ज कराई गयी है।