राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। टिकट न मिलने की स्थिति में पाला बदलने की मुहिम जोड़ पकड़ चुकी है। इस कड़ी में ताजा नाम है वसुंधरा कैबिनेट में मंत्री सुरेंद्र गोयल का। जैतारण विधानसभा सीट से 5 बार के विधायक सुरेंद्र गोयल ने टिकट न मिलने के कारण भाजपा से स्तीफा दे दिया।
सुरेंद्र गोयल वसुंधरा कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री थे। एक दिन पहले पार्टी ने 131 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में पार्टी ने अपने 85 वर्तमान विधायकों की उम्मीदवारी बरकरार रखी थी जबकि 25 नए चेहरों को मौका दिया है। इस लिस्ट में पाली जिले के जैतारण विधानसभा सीट से मंत्री सुरेंद्र गोयल का टिकट काट कर उनकी जगह अविनाश गहलोत को टिकट दिया गया है।
गोयल ने बिना कोई कारण बताये प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन लाल सैनी को 2 लाइन का स्तीफा सौंप दिया। उम्मीद है कि अब गोयल जैतारण सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
जिन मंत्रियों को दुबारा टिकट दिया गया है उनमे राजस्व मंत्री अमरा राम, कला और संस्कृति मंत्री कृष्णेन्द्र कौर, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और महिला तथा बाल कल्याण मंत्री अनीता भदेल का नाम शामिल है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को उनके गढ़ झालर पाटन से टिकट दिया गया है।
इससे पहले राजस्थान भाजपा के पूर्व जनरल सेक्रेटरी कुलदीप धनखड़ ने भी टिकट बंटवारे से नाखुश हो कर इस्तीफा दे दिया था।
राजस्थान के 200 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।