भारत के दिग्गज अभिनेताओं की सूची में शुमार दिलीप कुमार और राजकपूर के पुश्तैनी मकान को अभी पाकिस्तान में स्थित है। यह पहली से ही राष्ट्रीय धरोहरों में शुमार है। पाकिस्तान के खैबर पख्तुन्वा इलाके में स्थित इन घरों को पाकिस्तान की सरकार ने खरीदने की योजना बनायीं है।
प्रांतीय सरकार ने साल 1947 में विभाजन से पूर्व बने ऐसे 25 घरों को खरीदने की योजना बनायीं थी। राजकपूर की पुश्तैनी हवेली मशहूर किस्सा ख्वानी बाज़ार में कपूर हवेली के नाम से प्रख्यात है। इस हवेली का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान साल 1918 से 1922 के मध्य हुआ था।
इसका निर्माण राजकपूर साहब के दादाजी बशेश्वरनाथ कपूर ने करवाया था। राजकपूर और उनके चाचाजी त्रिलोक कपूर का जन्म इसी हवेली में हुआ था। खैबर पख्तुन्वा की सरकार ने इस हवेली को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर रखा है।
मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार की पुश्तैनी घर भी किस्सा ख्वानी बाज़ार में स्थित है। 100 वर्षों से भी अधिक पुराना यह घर अब जर्जर हालात में पंहुच चुका है। साल 2014 में पाकिस्तान संघीय पुरावशेष अधिनियम के तहत इस घर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया था।
जिन्ना की संपत्ति पर भी विवाद
मुंबई में स्थित पाकिस्तान के निर्माता मुहम्मद अली जिन्ना के मुंबई में स्थित हवेली पर भी भारत और पाकिस्तान के मध्य विवाद जारी है। पाकिस्तान ने जिन्ना की इस संपत्ति पर अपना अधिकार बताया है जबकि भारत इस संपत्ति पर अपना हक़ मानता है।