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    चेतेश्वर पुजारा

    ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक, जिसे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। उन्हे पुजारा को आउट करने के लिए चार टेस्ट मैचो की सीरीज में बहुत संघर्ष करना पड़ा था।

    उस उछाल भरी पिच, में पुजारा एक “दिवार” की तरह खड़े हो गए थे और उन्होने इस करीबी टेस्ट सीरीज में यह साबित कर दिया था कि क्यो दोनो टीमो के बीच अंतर है। पुजारा को ऑस्ट्रेलिया में इस ऐतिहासिक टेस्ट जीत के लिए हमेशा याद किया जाएगा।

    पुजारा ने चार टेस्ट मैचो की सात इनिंग में अपने बल्ले से 521 रन बनाए। यही नही पुजारा ने पूरी सीरीज में मिलाकर 30 घंटे और 1258 गेंदे खेली है। जिससे वह ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजो की कमर तोड़ने में कामयाब रहे। सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में जो सिडनी में खेला गया था, उसमे भारतीय बल्लेबाजो ने अपने ऊपर ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजो का साया तक नही पड़ने दिया। टीम ने उस मैच की पहली इनिंग में 622 रन बनाए थे- जिसमें पुजारा ने 193 रन की शानदार पारी खेली थी। लेकिन बारिश की वजह से वह टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया था।

    हालांकि, पुजारा को ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद अपनी पहली प्रतिस्पर्धी पारी में एक दुर्लभ विफलता का सामना करना पड़ा है। सौराष्ट्र स्टार को बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में 11 रन पर आउट कर दिया गया।

    पुजारा ने उत्तर-प्रदेश के खिलाफ 28 गेंदो का सामना करके 11 रन बनाए, जिसमें अंडर-19 के स्टार गेंदबाज रहे शिवम मावी ने उनका विकेट लिया। पुजारा के आउट होने के बाद, जयदेव उनादकट के नेतृत्व वाली सौराष्ट्र की टीम मुश्किल में आ गई, क्योंकि टीम 86 रनो पर 4 विकेट गंवा दिये है। जिसमें अंकित राजपूत को दो विकेट और शिवम मावी और यश दायल को 1-1 विकेट मिला।

    इससे पहले, उत्तर-प्रदेश की टीम ने पहली इनिंग में 385 रन बनाए थे। जिसमें 21 साल के रिंकू सिंह ने 150 रन की पारी खेली थी। जिसकी बदौलत मेजबान टीम पहली इनिंग में विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल हो पायी थी।

    पुजारा अभी भी टीम के लिए मैच को बचा सकते है अगर वह दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी करे तो। लेकिन इससे पहले मेजबान टीम की लीड सौराष्ट्र को कम करनी होगी, क्योंकि अगर ऐसा नही हुआ तो टीम के लिए यह से जीत पाना मुश्किल होगा।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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