गुरुवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया जिसमें उन्होंने राम मंदिर और सबरीमाला मुद्दे की तुलना की। उन्होंने कहा कि दोनों ही फैसले में भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के लेकर सितंबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के हक में फैसला सुनाया था। जिसके बाद केरल में हिंदुओं द्वारा इस फैसले का जमकर विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने से भगवान अयप्पा नाराज हो जाऐंगे।
योगी आदित्यनाथ ने ये बातें भारतीय जनता पार्टी के पठानमथिट्टा (जहां सबरीमाला स्थित है) में बूथ स्तर के कर्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि “अयोध्या के भगवान राम की जन्मभूमि और भगवान अयप्पा की जन्मभूमि के बीच कई समानताएँ हैं। कुछ बल दोनों पवित्र स्थानों पर हिंदुओं की आस्था का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। सबरीमाला में लोगों के विश्वास को बनाए रखने के लिए जो लोग संघर्ष कर रहे हैं, पूरा देश उनके साथ है।”
आदित्यनाथ ने न्यायापालिका पर सवाल खड़ा किया है कि “वे लोगों की आस्था को क्यों नहीं समझ रहे हैं। भगवान राम के जन्मभूमि को लेकर जिस तरह से वे लड़ रहे हैं उसी तरह केरल के लोगों को भी अपनी आस्था के लिए लड़ना होगा।”
उनके अनुसार “राज्य सरकार तो भक्तों की आस्था को लगातार आहत कर रही है, लेकिन उनकी सरकार ने यूपी में आयोजित कुंभ में आने वाले लाखों भक्तों की आस्था का पूरा ध्यान रखा है।”