चुनाव आयोग नें आज शुक्रवार शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके ‘मोदी जी की सेना’ बयान पर जवाब देते हुए कहा है कि उन्हें आगे से अपने बयानों के दौरान अधिक संयम बरतना होगा।
जाहिर है दो दिन पहले चुनाव आयोग नें योगी आदित्यनाथ से उनके बयान पर सफाई मांगी थी। चुनाव आयोग नें योगी आदित्यनाथ को शुक्रवार शाम 5 बजे तक अपने बयान पर सफाई पेश करने को कहा था।
इससे पहले, आपको बता दें कि चुनाव आयोग नें सभी राजनैतिक पार्टियों को निर्देश दिए थे कि वे भारतीय सेना का किसी भी रूप से अपने प्रचार में इस्तेमाल ना करें।
ANI नें आज चुनाव आयोग के हवाले से कहा कि चुनाव आयोग नें योगी आदित्यनाथ की सफाई को संतोषजनक नहीं पाया है, और उन्हें और अधिक सतर्क रहने को कहा है।
EC issues Censure (Censure is to express disapproval of someone/something in a formal statement) to Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath over his 'Modi ki Sena' remark. The Commission has advised him to be more careful in future, being a senior political leader. (file pic) pic.twitter.com/v7Dh3iAfjy
— ANI (@ANI) April 5, 2019
इससे पहले चुनाव आयोग नें नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार को भी निर्देश दिया है कि चुनाव आयोग नें आपके बयान पर आपत्ति जताई है और आपसे आशा है कि आब भविष्य में अपने आचरण का पालन करेंगे।
उनके इस बयान पर विपक्ष नें उन्हें जमकर लताड़ा था। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह नें भी योगी आदित्यनाथ के इस बयान की निंदा की है। बीबीसी को दिए इंटरव्यू में जनरल वीके सिंह नें कहा कि यदि कोई भारत की सेना को मोदी जी की सेना कहता है, तो यह गलत ही नहीं है, बल्कि ये देशद्रोह भी है।
आपको बता दें कि 31 मार्च को गाजियाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ नें यह बयान दिया था।
उन्होनें कहा कि, “कांग्रेस की सरकार आतंकवादियों को बिरयानी खिलाती थी और मोदी जी की सेना आतंकवादियों को गोली खिलाती है। यह फर्क है। कांग्रेस के लोग आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए मसूद अजहर को ‘जी’ बुलाती है।”
चुनाव आयोग को जब इसकी शिकायत मिली थी, तब चुनाव आयोग नें गाजियाबाद जिले के मजिस्ट्रेट को इस बारे में रिपोर्ट सोंपने को कहा था, जिससे पता चल सके कि उन्होनें चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है या नहीं।