Tue. Oct 8th, 2024
    इंडोनेशिया यरूशलम इजरायल फिलीस्तीन

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के बाद कई देशों में हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे है। सोमवार को इंडोनेशिया में कट्टरपंथी मुस्लिम समूहों ने इजरायल व अमेरिका के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान अमेरिका और इजरायल के झंडों को भी प्रदर्शनकारियों ने जलाया।

    इंडोनेशिया में कट्टरपंथी मुस्लिम समूहों ने अमेरिकी दूतावास के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ट्रम्प के फैसले के खिलाफ पहले फिलीस्तीन व मध्य पूर्व  के कई देशों ने विरोध जताया अब ट्रम्प की वैश्विक निंदा में इंडोनेशिया भी शामिल हो गया। इंडोनेशिया एक ऐसा देश है जहां पर दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है।

    जकार्ता के अमेरिकी दूतावास के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका व इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया। इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था व पुलिस ने कांटेदार तार का उपयोग करके बैरिकेड लगाए थे।

    इस दौरान विरोध करने वाले नेताओं ने आइए हम इजरायल की सत्ता के विनाश को देखते है। प्रदर्शनकारियों ने इजरायल के झंडे को जलाया।

    प्रदर्शनकारियों ने फिलीस्तीन झंडे को लहराया

    विरोध प्रदर्शन में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने फिलीस्तीनियों का समर्थन करते हुए कहा कि हम फिलीस्तीन के लिए अपना खून भी दे देंगे। कई लोगों ने फिलीस्तीन के झंडे को लहराया।

    विरोध करने वाले लोगों ने बैनर व पोस्टरों पर ट्रम्प के फैसले के खिलाफ नारे लिख रखे थे। इंडोनेशिया में इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट जो कि शरिया या इस्लामी धार्मिक कानून की मांग करता है, ने विरोध प्रदर्शन किया।

    इंडोनेशिया का मत है कि यरूशलम को लेकर इजरायल व फिलीस्तीन को ही हल निकालना चाहिए। इसके लिए किसी अन्य पक्ष को बीच में नहीं आना चाहिए।

    गौरतलब है कि ट्रम्प के फैसले की चौतरफा निंदा हो रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राजदूत को निष्कासित करने की मांग तक कर डाली है।