हाल ही में आधार को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के बाद अब UIDAI ने सभी महत्वपूर्ण टेलीकॉम कंपनियों से आधार के विकल्प को लेकर 15 दिनों के भीतर राय माँगी है।
अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने आधार को लेकर दिये गए अपने एक आदेश में आधार को संवैधानिक तो माना है, लेकिन इसी के साथ कोर्ट ने प्राइवेट कंपनियों द्वारा आधार की अनिवार्यता को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा था कि प्राइवेट कंपनियां ग्राहक के फिंगरप्रिंट्स व रेटिना जैसी बायोमैट्रिक जानकारी को अपने पास नहीं रख सकती हैं।
अब इसी के साथ यूआईडीएआई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को सूचित करते हुए ये कहा है कि वे ग्राहकों के लिए आधार के विकल्प के संबंध में अपने सुझाव 15 अगस्त तक हमारे पास भेज दें।
यूआईडीएआई के अनुसार अब मोबाइल कंपनियों को ग्राहक की प्रमाणिकता को लेकर अन्य विकल्प देखने होंगे। UIDAI के सीईओ अजय भूषण ने कहा है कि टेलीकॉम कंपनियां जानती हैं कि उन्हें किस तरह से सहूलियत मिल सकती है, हमने इसी लिए उसने सुझाव माँगे है, फिर हम देखेंगे कि हम उनके लिए क्या कर सकते हैं।
अब ये देखना होगा कि क्या मोबाइल कंपनियां फिर से ग्राहकों के वैध कागजों पर उन्हे सिम देंगी? कंपनियों का मानना है कि आधार से धोखाधड़ी और फर्जी सिम पर लगाम लगी थी, अब कागजों पर सिम मिलने से वो फिर से चालू हो जाएगी।