भारत की महिला बॉक्सिंग स्टार एम सी मैरीकॉम अपना पिछला खिताब जीतने के बाद भी अभी आराम के मूड मे नही हैं और वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपना सातवां विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप खिताब जीतने के लिए तैयारी कर रही हैं।
मैरीकॉम ने पिछले हफ्ते दिल्ली में खेले गए 10वें आईबा विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 48 किग्रा मे छठा गोल्ड मेडल जीतकर अपना नाम इतिहास की पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया था।
मणिपुर की बॉक्सर नें अपना छठा गोल्ड मेडल 8 साल के अंतर के बाद जीता, जबकि उनके ऊपर इस समय कई जिम्मेदारियां भी थी, मैरीकॉम के तीन बच्चे भी हैं, लेकिन वह फिर भी अपने सपनों को पूरा करने में लगी हुई हैं, और दोबारा विश्व चैंपियनशिप जीतना चाहती हैं।
मैरी ने जनजातिय मामलो और ट्राइफेड मंत्रालय द्वारा आयोजित के समारोह में कहा ” मैरा सपना एक बार दोबारा विश्व चैंपियन बनने का हैं, और इसके लिए मैं बहुत महनत कर रही हूं, जबकि मैरे ऊपर बहुत जिम्मेदारिया है और मैं तीन बच्चों की माँ हूं”।
” भारतीय सरकार ने संसद की जिम्मेदारी देकर मेरे ऊपर और जिम्मेदारिया सौंपी हैं लेकिन मैं इसके तहत अपना अभ्यास नहींं छोडूंगी।”
” मैरी ने कहा अभी मैरे पास छह गोल्ड मेडल हैं, औऱ मैं सातवां मेडल जीतना चाहती हूं, औऱ ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी जीतना चाहती हू।”
मैरी, जो कि 48 किग्रा वर्ग में खेलते हैं, उनको 2020 टोक्यो ओलंपिक में क्वालिफाई के लिए अपना भार वर्ग बढ़ाना हैं, और वह 51 किग्रा में खेल सकती हैं, क्योंकि ओलंपिक में 48 क्रिगा वर्ग नही होता, उनका 2012 में ओलंपिक मेडल भी 51 किग्रा में ही आया था, उन्होनें उस वक्त कांस्य पदक जीता था।
36 साल की मैरी नें अपने सन्यास को लेकर भी सभी अफवाहों को दूर किया और कहा कि “मैं अभी एक-दो साल कम से कम औऱ खेलूंगी।”
मैरी ने अपने छठे गोल्ड मेडल के आखिरी मुकाबले में यूक्रेन की हन्ना ओखोटा को मात दी थी।