तेलंगाना में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी मोर्चा बनाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात करेंगे।
लोकसभा में टीआरएस के उपनेता बी विनोद कुमार ने कहा है कि पार्टी ने पहले ही क्षेत्रीय पार्टियों के पास गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी मोर्चे की योजना भेज चुकी है अब बस पार्टी नेताओं की मुलाकात होनी है।
उन्होंने कहा “संघीय मोर्चे पर हमारी सोच ये है कि सभी क्षेत्रीय पार्टियाँ जो अपने अपने राज्यों में मजबूत है उन्हें एक साथ आना चाहिए। अगर हम एक रहेंगे तो भाजपा और कांग्रेस को अपनी शर्तों पर झुका सकते हैं। अन्यथा भाजपा और कांग्रेस सभी क्षेत्रीय दलों से अपनी शर्तों पर निपटेंगे और उन्हें ख़त्म करने की कोशिश करेंगे।
हालाँकि, ममता बनर्जी भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के लिए कांग्रेस और प्रमुख क्षेत्रीय दलों के बीच बातचीत के सबसे आगे हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चन्द्र बाबू नायडू भी गैर भाजपा गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं और उनके गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है।
हालाँकि मायावती ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस से नाराज होकर अकेले चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव बाद जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से दूर रह गई तो कांग्रेस को समर्थन भी दे दिया था।
इन दिनों ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और मायावती कांग्रेस से दूरी बरत रहे हैं इसलिए तीन राज्यों में कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे थे। सूत्रों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को अलग रख कर बसपा और सपा के गठबंधन की खबरें भी सुनने में आ रही है।
तेलंगाना में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाले केसीआर ने केन्द्रीय राजनीति में आने की मंशा जाहिर की है और जल्द ही वो एक नई राष्ट्रीय पार्टी का गठन भी करने वाले हैं।