मध्य प्रदेश में ईवीएम स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी कैमरे एक घंटे के लिए बंद हो जाने की सूचना के बाद प्रदेश के राजनितिक गलियारों में हडकंप मच गया। चुनाव आयोग ने शनिवार को जहाँ इस बात की पुष्टि की वहीँ कांग्रेस ने इस घटना के पीछे भाजपा की बड़ी साजिश होने का आरोप लगाया।
हालाँकि विवाद बढ़ते देख चुनाव आयोग ने ट्वीट कर बताया कि सभी ईवीएम सुरक्षित और सीलबंद है। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
भोपाल पकलेक्टर ने बताया कि 30 नवम्बर शुक्रवार को स्ट्रांग रूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे और एलईडी डिस्प्ले सुबह 8:19 से लेकर सुबह 9:35 तक बिजली सप्लाई बाधित होने की वजह से बंद रहे। जिसकी वजह इस दौरान किसी भी प्रकार की गतिविधि की रिकार्डिंग नहीं हो पाई।
इस घटना के सामने आते ही कांग्रेस हमलावर हो गई और बड़ी साजिश का अंदेशा जताया।
इससे पहले एक अन्य घटनाक्रम में सागर जिले के खुराई विधानसभा सीट पर 28 नवंबर को मतदान समाप्त के करीब 48 घंटे अर्थात दो दिनों बाद करीब 34 ईवीएम जिला मुख्यालय के कलेक्शन सेंटर पर पहुंचे। जबकि मतदान समाप्त होने के 2 घंटों के भीतर ही सभी ईवीएम को जिला मुख्यालय के कलेक्शन सेंटर पर जमा करा देना होता है। जिस स्कूल बस में ईवीएम 48 घंटे लेट कलेक्शन सेंटर पर पहुंचे उस स्कूल बस पर कोई नंबर नहीं था।
खुराई विधानसभा सीट से राज्य के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनाव बाद ईवीएम को एक होटल में ले जाया गया जो भूपेन्द्र सिंह का था। जहाँ कलेक्शन सेंटर पर जमा कराने से पहले ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई।
चुनाव आयोग ने तुरंत मामले पर संज्ञान लेते हुए ईवीएम को होटल ले जाने वाले अधिकारी को सस्पेंड कर दिया।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर इस मामले में गहरी साजिश होने का अंदेशा जताया। उन्होंने कहा कि स्ट्रांग रूम के बाहर कैमरे का बंद होना और ईवीएम मशीनों का 48 घंटे बाद कलेक्शन सेंटर पर अज्ञात बस में पहुंचना बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। ज्योतिरादित्य ने इसे लोकतंत्र को कुचलने के लिए भाजपा की साजिश बताया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि स्ट्रांग रूम के बाहर कड़ी नज़र रखें।
https://twitter.com/JM_Scindia/status/1068762506095677440
विवाद बढ़ता देख चुनाव आयोग ने कहा कि जो ईवीएम होटल ले जाए गए थे उनका चुनावों के दौरान प्रयोग नहीं हुआ था। लेकिन फिर भी अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
The officer keeping EVM in hotel has already been suspended and disciplinary enquiry will be conducted. The EVM was never used during polls. Buses are used to transport EVMs . The bus belongs to nagarpalika khurai https://t.co/1nRPm6m0iF
— CEOMPElections (@CEOMPElections) December 1, 2018
साथ ही चुनाव आयोग ने सभी को विश्वास दिलाया कि सभी ईवीएम सुरक्षित और सीलबंद है। उन्होंने स्ट्रांग रूम के बाहर जेनरेटर और इनवर्टर लगाये जाने की बात भी कही ताकि कैमरे काम करते रहे।
Chief Electoral Office has tried to clarify the genuine concerns related to EVM’s on this platform. This office assures the voters of Madhya Pradesh that all EVM’s are safe, secure, sealed. We may not be able to give individual reply but we will try tokeep up the trust of people
— CEOMPElections (@CEOMPElections) December 1, 2018