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    भारत और क्रोएशिया

    भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने क्रोएशिया में कहा कि “भारत खुद की रक्षा और बचाव के लिए हर कदम उठाएगा।” इस बयान से उनका इशारा पाकिस्तान के बालाकोट में भारत की वायुसेना द्वारा किये गए हवाई हमले की तरफ था। भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद तनाव बढ़ गयी थी। इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ली थी।

    इस आतंकी हमले के खिलाफ भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकियों के प्रशिक्षण केंद्रों में हवाई हमला किया। इसकी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने मिग 21 लड़ाकू विमान से भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। इस दौरान भारत का एक पायलट अभिनन्दन वर्तमान पाकिस्तान की हिरासत में चला गया था।

    भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद क्रोएशिया की यात्रा पर जाने वाले पहले व्यक्ति है। वह तीन देशों की यात्रा पर गए थे। मंगलवार को उन्होंने क्रोएशिया की सरकार का आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया।

    एक समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि “हमने स्पष्ट कर दिया है कि भारत के बचाव और संरक्षण के लिए हम हर जरुरी कदम उठाएंगे। तभी हम जनता का कल्याण कर सकते हैं। मानवता के पोषण के लिए शान्ति और सुरक्षा महत्वपूर्ण है। आतंकवादियों का समर्थन और पनाह देने वालो के खिलाफ अब विश्व को निर्णायक कदम उठाने की जरुरत है।”

    राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय को भारत में निवेश करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि “भारतीय अर्थव्यवस्था आज वैश्विक वृद्धि के लिए इंजन के समान है। मैं आपको भारत की यात्रा और परिवर्तनीय बदलाव को अनुभव करने के लिए आमंत्रित करता हूँ।”

    रामनाथ कोविंद ने कहा कि “मेक इन इंडिया, स्टार्ट उप इंडिया ने भारत में नयी कारोबारी संभावनाओं को उभारा है। अर्थव्यवस्था के मामले में भारत और क्रोएशिया संबंधों को मज़बूत करने के पक्ष में हैं। क्रोएशिया को शताब्दी तक भारत के साथ लगाव रहेगा और भारतीय भाषा, फिलॉसफी, इतिहास और संस्कृति के प्रचार में महत्वपूर्ण योगदान होगा।”

    उन्होंने कहा कि “गुरु रविंद्र नाथ साल 1926 में यहां आये थे और क्रोएशिया के कई लेखकों और कवियों से प्रभावित हुए थे। ज़ाग्रेब यूनिवर्सिटी के इंडोलोग्य डिपार्टमेंट का भारतीय भाषा का प्रचार करने में काफी योगदान रहा है। मैं जानकार प्रभावित हो गया कि वह नियमित वेदों और पुराण पर सम्मेलन का आयोजन करते हैं।”

    उन्होंने कहा कि “हम वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूंढने के लिए किसी के साथ भी खड़े होने को तैयार है। हम एक या सभी की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तत्पर है।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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