भारत और पाकिस्तान के मध्य विवादों की खाई गहराती जा रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत में 2019 लोकसभा के चुनाव के पश्चात् नई दिल्ली से संपर्क करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को दोनों राष्ट्रों के मध्य मसलों को सुलझाने के लिए दिए गए प्रस्ताव को आगामी चुनावों के कारण नकार दिया था। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में चुनाव पाकिस्तान विरोधी एजेंडा से जीते जाते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को श्रीनगर में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान के साथ बातचीत को तत्पर है बशर्ते पाकिस्तान सीमा पार से आ रहे आतंवाद को रोके।
गृह मंत्री सिंह ने कहा कि भारत पाकिस्तान सहित किसी भी राष्ट्र से बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा आतंकवाद और वार्ता साथ हो पाना मुमकिन नहीं है।
गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने दोस्ती का एक कदम बढाते हुए पाकिस्तान की यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ और उनके परिवार से मिले थे। यह भारतीय पीएम की पड़ोसी देशों के साथ शांति स्थापित करने की कोशिश थी लेकिन पाकिस्तान ने कभी बातचीत के हालात पनपने ही नहीं दिये।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने न कश्मीर और न ही एशियाई शेत्र में शांति की स्थापना के लिए जरुरी कदम नहीं उठाये हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि वार्ता के दरवाजे खुले हुए है। उन्होंने कहा भारत बातचीत के विरुद्ध नहीं है लेकिन एक तरफ़ा वार्ता संभव नहीं है। राजनाथ सिंह ने कुलगाम हमले के पीड़ितों को पांच लाख की राशि का ऐलान किया है।