पाकिस्तान सरकार के आंतरिक आंकलन के मुताबिक भारत और पाकिस्तान सम्बन्ध में तनाव बढ़ने का खतरा खत्म हो चुका है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत और पाकिस्तान के मध्य हालातों का विवरण देते हुए यह रिपोर्ट साझा की है।
अधिकारी के मुताबिक दोनों मुल्कों के मध्य तनाव कम होते दिख रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “भारत की तरफ से कोई आक्रमक कार्रवाई होने के आसार अब नहीं दिखते है।”
भारत में चुनाव से पूर्व भारत द्वारा किसी अनहोनी की सम्भावना का डर पाकिस्तान को है, इस बाबत अधिकारी ने कहा कि “भारत के लिए आक्रमक कार्रवाई करने का कोई मार्ग शेष नहीं है।”
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों ने अपने राजदूतों को वापस मुल्क बुला लिया था। हालाँकि दोनों देशों के उच्चायुक्त अपने कार्य पर वापस लौट चुके हैं। इस हमले में जेईएम का हाथ बाबत भारत ने पाकिस्तान को डोजियर सौंपा था।
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक भारत द्वारा सौंपे गए डोजियर में कार्रवाई लायक कोई सबूत नहीं है। जिसके आधार पर भारत सरकार जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही थी।
कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की सरजमीं पर आसरा लिए जैश ए मोहम्मद ने ली थी। यह आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी।
काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्रों में 1,000 किलोग्राम बम गिराए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायुसेना ने ऑपरेशन में 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया, जिन्होंने सुबह करीब 3:30 बजे बालाकोट, मुजफ्फराबाद, चकोठी जैसे इलाकों पर बमबारी की। इस हमले ने एलओसी के पार तीन अल्फा कंट्रोल रूम और कई आतंकवादी लॉचपैड्स को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था।