पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तल्खियां बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ से फ़ोन पर वार्तालाप की और आग्रह किया कि भारत के साथ बातचीत को बहाल करने में अमेरिका मध्यस्थता करे ताकि नई दिल्ली के साथ सभी मतभेदों का समाधान निकला जा सके।
अमेरिका करे मध्यस्थता
पाकिस्तानी विदेश विभाग से जारी बयान के मुताबिक “विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने माइक पोम्पिओ को तनाव कम करने के लिए उठाये गए क़दमों के बाबत सूचित किया, इसमें भारतीय पायलट को सौंपना भी शामिल था। साथ ही उन्होंने पोम्पिओ से आग्रह किया कि पाकिस्तान और भारत सम्बन्ध के बीच वार्ता को बहाल करने के लिए मध्यस्थता करे ताली सभी विवादित मसलों का हल निकाल सके।”
दोनों नेताओं में मौजूदा हालातों पर अपने विचारो का आदान-प्रदान किया और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की थी। बयान के मुताबिक “विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान-अमेरिकी सम्बन्ध क्षेत्रीय शान्ति और स्थिरता का प्रचार करने के लिए महत्वपूर्ण है। क्षेत्र में तनाव को कम करने के लिए अमेरिका के प्रयासों और भूमिका की विदेश मंत्री ने सराहना की थी। कुरैशी ने पाकिस्तान नेशनल एक्शन प्लान पर अमल करने में प्रगति और प्रयासों के बाबत भी अमेरिकी सचिव को जानकारी दी थी।”
अफगानिस्तान शान्ति प्रक्रिया पर चर्चा
अफगान सुलह प्रक्रया को जारी रखने पर दोनों नेताओं ने चर्चा और रज़ामंदी जाहिर की है। प्रेस रिलीज़ के मुताबिक “दोनों ने पाकिस्तान की भूमिका पर चर्चा की और अमेरिकी विशेष राजदूत जलमय ख़लीलज़ाद की आगामी इस्लामाबाद यात्रा संबंधों के निर्माण के लिए एक अवसर मुहैया करेगी।”
हाल ही प्रधानमंत्री इमरान खान के अफगानिस्तान शान्ति प्रक्रिया पर दिए बेतुके बयान की काफी आलोचनाएं हुई है। इमरान खान ने कहा था कि “तालिबान के साथ शान्ति वार्ता के लिए अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार की नियुक्ति करनी चाहिए क्योंकि मौजूदा सरकार शान्ति वार्ता में खलल डाल रही है।”