प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में मंगलवार को प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा की भारतीय नागरिकों को निकट भविष्य में चिप आधारित ई-पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। एक केंद्रीकृत पासपोर्ट प्रणाली के तहत इस तरह के ई-पासपोर्ट जारी करने के लिए काम चल रहा है।
नरेन्द्र मोदी का बयान :
उदघाटन समारोह के दौरान नरेन्द्र मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा की “हमारे दूतावास और वाणिज्य दूतावास पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट से वैश्विक स्तर पर जोड़े जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा “यह आप सभी के लिए पासपोर्ट सेवा से जुड़ा एक केंद्रीकृत प्रणाली तैयार करेगा। इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए, चिप आधारित ई-पासपोर्ट के लिए काम किया जा रहा है।”
वीजा प्रक्रिया होगी सरल :
नए पासपोर्ट जारी होने के साथ साथ नरेन्द्र मोदी ने वीजा प्रक्रिया के सरलीकरण की योजना का भी बखान किया। उन्होंने कहा की पीआईओ (भारतीय मूल के लोग) और ओसीआई (विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक) के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया और सरल बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के इस प्रयास का यह लक्ष्य है कि कोई भी भारतीय विदेश में जहां कहीं भी रहे खुश रहे।
यह बात उल्लेखनीय है की बीते साढ़े चार वर्षों में, विदेशों में मुश्किल में फंसे दो लाख से ज्यादा भारतीयों को सरकार और सरकार के प्रयासों द्वारा मदद पहुंचाई गई है। सरकार को आशा है की ज्यादा से ज्यादा देशवासियों की मदद और की जा सके।
प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में जानकारी :
प्रवासी भारतीय दिवस का मकसद भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को पहचान दिलाने से है। प्रवासी दिवस की शुरुआत 2003 से हुई थी। इस मौके पर हर साल भारत सरकार अमूमन तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन करती है.
प्रवासी भारतीय दिवस के लिए इस बार वाराणसी में बेहद खास आयोजन किया गया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत अन्य बड़े नेताओं की मौजूदगी में प्रवासी भारतीय दिवस समारोह की शुरुआत हुई। प्रवासी भारतीय दिवस समारोह वाराणसी में 21 से 23 जनवरी तक चलेगा।
इस साल प्रवासी भारतीय दिवस का 15वां आयोजन है, इससे पहले प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन 9 जनवरी को या उसके आस-पास होता आया था।