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    विजय शंकर

    उनके आखिरी ओवर का कारनामा उनको विश्वकप की टीम का टिकट दिला सकता है लेकिन ऑलराउंडर विजय शंकर का मानना है वह अभी इन सब चीजो के बारे में नही सोच रहे और वह जो भी चल रहा है उस पल में रहना चाहते है।

    कप्तान विराट कोहली ने दूसरे वनडे मैच में शंकर को तब गेंद थमाई जब मेहमान टीम को आखिरी ओवर में 11 रन की जरूरत थी और भारतीय टीम को जीत के लिए दो विकेट चाहिए थे। शंकर ने अपने ओवर की शुरूआती 3 गेंदो में मार्कस स्टोइनिस और एडम जाम्पा का आउट कर टीम की जीत पक्की की। वह अपने इस प्रदर्शन से विश्व कप की टीम में जगह बना सकते है लेकिन शंकर अभी इन सब चीजो के बारे में नही सोचते।

    तमिलनाडु के इस आलराउंंडर ने मैच खत्म होने के बाद कहा, ” मैंने पहले भी कहा था कि मैं इस समय विश्व कप के बारे में नही सोच रहा क्योंकि अभी भी विश्व कप के लिए बहुत समय है। हर मैच महत्वपूर्ण है। मैं केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देकर टीम को जीत दर्ज करवाना चाहता हूं।”

    शंकर ने कहा पिछले साल श्रीलंका में निदहास ट्रॉफी का फाइनल मेरे लिए बहुत मुश्किल था लेकिन उसके बाद मैंनने अपने ऊपर बहुत काम किया और स्टाइक रोटेट करना सीखा है जो मुझे मुश्किल परिस्थितियों में बहुत मदद करता है।

    “ईमानदारी से कहूं तो निदाहस ट्रॉफी के फाइनल से मुझे कई चीजे सीखने को मिली। वास्तव में, मैंने सीखा कि उसके बाद कैसे तटस्थ रहना है। उतार चढाव आते रहेते है, यह मायने नही रखते। मुझे शांत और तटस्थ रहने की जरूरत है।”

    ” मैं चुनौती के लिए पहले से तैयार था क्योंकि मुझे पता था मुझे आखिरी में एक ओवर करना होगा। और 43वें और 44 ओवर के बाद मैंने खुद से कहा कि, मुझे भी गेंदबाजी करनी पड़ सकती है। ऐसा भी हो सकता है कि मुझे आखिरी ओवर में गेंदबाजी करने का मौका मिले और मुझे वहां 10 से 15 रन डिफेंड करने होंगे। तो, इसके लिए मैं मानिसक रूप से तैयार था।”

    युवा गेंदबाज ने कहा अनुभवी जसप्रीत बुमराह ने मुझे आखिरी ओवर फेंकने के लिए बहुत कुछ सिखाया था।

    ” 48वें ओवर के बाद बुमराह मेरे पास आए और उन्होने मुझे से कहा गेंद थोड़ी रिवर्स हो रही है। उन्होने मुझसे कहा इस विकेट में तुम्हे एक सटीक लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी, जब मुझे मौका मिला तो मैंने वही किया और केवल स्टंप में गेंदबाजी की। जब उन्होने मुझसे यह सब कहा, तब मैं मानसिक रूप से सोच चुका था, मुझे रन डिफेंड करने और विकेट चटकाने के लिए सीधी गेंदबाजी करनी होगी।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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