भारत में विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गाँधी यूएई में भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर बरसे थे। राहुल गाँधी ने कहा कि असहिष्णुता और ध्रुवीकरण की मार झेल रहा आज का भारत कभी मज़बूत और सफल नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी और देश को फिर से एकजुट किया जायेगा, ताकि बेरोजगारी समेत सभी चुनौतियों को चुनौती दी जा सकें।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि देश को फिर से एकजुट करने और समस्याओं का समाधान करने में सभी मदद करें। उन्होंने कहा कि “आज मैंने दुबई के बादशाह शेख मोहम्मद से मुलाकात की थी और मुझे उनमे विनम्रता का आभास हुआ था, उनके अन्दर एक फीसदी का भी अहंकार नहीं था। एक ऐसा नेता जो लोगों की सुनता है और अपने निर्णय लेता है। यह देश कई आवाजों को मिलकर बना है।”
राहुल गाँधी ने कहा कि भारत और यूएई को साथ लाने वाला मुख्य कारक विनम्रता और सहिष्णुता है, यह यूएई में सहिष्णुता का साल रहा है और मुझे यह कहते हुए दुःख हो रहा है कि भारत में साढ़े चार साल असहिष्णुता के थे। कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि “आप भारत का भविष्य और आपके बिना भारत का निर्माण नहीं किया जा सकता है, आपने जो अमेरिका, यूरोप और यूएई में किया अब आप उसे ही भारत में कीजिये।
उन्होंने कहा कि आप साथ खड़े होइए और भारत की तमाम समस्याओं का निदान करने में हमारी सहायता कीजिये। उन्होंने कहा कि “भारत में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, एक अरब से अधिक जनसंख्या वाला देश भयानक बेरोजगारी का सामना कर रहा है। जनता पर नोटबंदी और जीएसटी का दुष्प्रभाव पड़ा है। रोजगार के मुद्दे पर हम फ्रंटफूट पर खेलना चाहते हैं। भारत सिर्फ बेरोजगारी पर जीत हासिल कर चीन पर भारी पड़ सकता है और इसमें आपको भारत की मदद करनी होगी।”
राहुल गाँधी ने कहा कि “भारत की दूसरी बड़ी समस्या है कि भारत की रीढ़ की हड्डी किसान रहे हैं, लेकिन आज वे गहरी परेशानी से घिरे हुए है। हमें दूसरी हरित क्रांति शुरू करनी है ताकि कृषि क्षेत्र में परिवर्तन लाया जा सके। आपको इसमें मदद करनी है।”
उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार का जिक्र किए बिना कहा, ‘‘एक भारतीय के तौर पर मेरे लिए पिछले कुछ साल दुखदायी रहे हैं। क्या विनम्रता के बिना सहिष्णुता संभव है? क्या यह सोचकर भारत को चला सकते हैं कि एक विचार सही है और बाकी सब बेकार हैं। आज मेरा देश बंटा हुआ है। यह राजनीतिक कारणों से और राजनीतिक लाभ के चलते बंटा हुआ है। विभिन्न धर्मों के स्तर पर बंटा हुआ है, समुदायों के स्तर पर बंटा हुआ है।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘क्या बंटी हुई क्रिकेट टीम मैच जीत सकती है? कभी नहीं। फिर भला एक देश कैसे आगे बढ़ सकता है? हमें फिर से भारत को फिर से एकजुट करना है. सभी लोगों, धर्मों, राज्य और समुदायों को साथ लाना है। बंटा हुआ भारत सफल और मजबूत नहीं हो सकता। अगर हमारा महान देश बंटा रहेगा तो कभी मजबूत नहीं हो सकता।”
उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि हम यह लोकसभा (चुनाव) जीतेंगे और भारत को फिर से एकजुट करेंगे। उन्होंने कहा, भारत के डीएनए में अहिंसा है। महात्मा गांधी अहिंसा के महान वाहक थे। महात्मा गांधी ने भारत की प्राचीन संस्कृति, इस्लाम, ईसाई और दूसरे सभी धर्मों से अहिंसा का विचार लिया था। ”गांधी ने कहा, हमारे घोषणापत्र में भारत के भविष्य के लिए योजना होगी। इसमें करोड़ों भारतीयों की भावना प्रकट होगी। मैं चाहता हूं कि इस घोषणाापत्र आपकी भी आवाज हो। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपकी आवाज आपके देश में सुनी जाए।” यूएई में भारतीय प्रवासियों के योगदान की सराहना करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘आप लोगों ने इस देश को बनाने में मदद की है। जब भी मैं यहां आता हूं कि तो आप लोगों पर मुझे पर गर्व होता है।