अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद् की कोशिशों के बीच पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने सोमवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि ‘भाजपा असुर राज रावण कि पुजारी है भगवान राम की नहीं।’
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्षा ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी कभी भगवान के नाम पर वोट लेने की कोशिश नहीं करती।
पश्चिम बंगाल कि मुख्यमंत्री ने कहा ‘वो रावण के पुजारी है भगवान राम के नहीं, वो हमेशा लोगों में मतभेद पैदा करने की कोशिश करते हैं। वो भगवान राम के नाम पर लोगों को बाँट रहे हैं। हम देवी दुर्गा की पूजा करते हैं, भगवान राम भी दुर्गा पूजा करते थे।’
मुख्यमंत्री ने कहा ‘उनकी पार्टी सर्वधर्म के रास्ते पर चलती है, सभी धर्म के लोगों को सुविधाएँ देती है और कभी धर्म के आधार पर लोगों को नहीं बांटती। हम वोट लेने के लिए भगवान का नाम नहीं बेचते।’
रविवार को नागपुर में आरएसएस के अध्यक्ष मोहन भगवत ने कहा था कि सब्र रखने का समय अब चला गया। अगर मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट कि प्राथमिकता नहीं है तो अब मंदिर निर्माण के लिए क़ानून लाना चाहिए।
लाखों कि संख्या में राम भक्त रविवार को अयोध्या में विश्व हिन्दू सभा की धर्म सभा में सम्मिलित हुए। निर्मोही अखाड़ा के संत रामजी दास ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए तिथि की घोषणा 2019 में कुम्भ मेले के दौरान प्रयागराज में की जायेगी।
ममता बनर्जी ने भाजपानीत एनडीए सरकार कि आलोचना करते हुए देश में वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जनधन योजना जल्द ही एक बड़े घोटाने में बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि 2014 चुनाव से पहले भाजपा ने काला धन लाने का वादा किया था लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया।