कर्नाटक की सियासत में एक नया मोड़ आ गया है। भाजपा पर इलज़ाम लगाने वाली कांग्रेस-जेडीएस के बारे में पार्टी ने बुधवार को दावा किया है कि कांग्रेस-जेडीएस ने बहुमत खो दिया है और वे अपने आंतरिक विरोधावास के कारण गिरने की कगार पर है।
पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर भाजपा के विधायकों को शिकार बनाने का इलज़ाम लगाया जो राजधानी के पास एक रिसोर्ट नें ठहरे हुए हैं और कहा कि अपने पार्टी की घटती संख्या को बढ़ाने के चक्कर में वे शून्य तक पहुँच जाएँगे।
उनके मुताबिक, “कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस से आया बयां उनकी पार्टी की विफलता को छुपाने की कोशिश है और वे एक अल्पसंख्यक सरकार के रूप में काम करने के लिए समय बढ़ाना चाहते हैं। राज्य सरकार के पास वैधता की कमी है क्योंकि उनके पास आवश्यक संख्या ख़त्म हो गयी और अब वे एक लंगड़ी सरकार बन कर रह गयी है।”
एक अन्य भाजपा नेता से जब पूछा गया कि क्या भाजपा इस राज्य में अपने पैर टिकाना चाहती है तो उन्होंने कहा-“राज्य की यूनिट को फैसला लेने दो फिर हम उसी हिसाब से कदम उठाएँगे।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी फ़िलहाल गठबंधन सरकार की लड़ाई को बैठकर देखेगी और जो परिणाम निकल कर आएगा उसी हिसाब से अपना अगला कदम तय करेगी।
गठबंधन सरकार को मंगलवार को एक बड़ा झटका लगा था जब दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। हालांकि ऐसा पता लगा है कि दोनों ने अपना मन बदल दिया है।