कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर एकबार फिर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार यह बात मानना ही नहीं चाहती कि देश बेरोजगारी के संकट में है।
उन्होंने यह बातें जेएलएन स्टेडियम में कुछ विश्वविद्धालय के छात्रों को संबोधित करने के दौरान कही। यह कर्यक्रम शिक्षा: दिशा और दिशा की विषय-वस्तु पर आधारित था।
राहुल गांधी ने कहा कि, “हमारे विकासशील देश में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। सरकार इस समस्या को स्वीकार ही नहीं करना चाहती है।।” वहां उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “आज शिक्षण संस्थान का इस्तेमाल कुछ लोग अपने मतलब के लिए कर रहे हैं।”
राष्ट्र की संपति आज कुछ लोगों के हाथों में ही बंध गई है। उन्होंने यह भी कहा कि, “आज के कुलपति (वीसी) ग्लोबल दृष्टि के साथ काम नहीं कर रहे औऱ न ही उन्हें छात्रों के मन की बातों की परवाह है।”
आज शिक्षण संस्थानों का इस्तेमाल लोग अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपने के लिए कर रहे हैं। यह छात्रों के साथ अन्याय है।
पुलवामा हमले पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, “वहां मरे अर्द्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। जब हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो हम अवश्य ऐसा करेंगे।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वे सरकार में आए तो शिक्षा के क्षेत्र के बजट को बढ़ाएंगे।
इस मौके पर दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित भी मौजूद थी। कार्यक्रम में पुलवामा आत्मघाती हमले में मरे 40 सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। कुछ वादकों ने उन्हें धुन बजाकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।