दिल्ली के तीन क्रिकेटरो ने रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए 80 लाख रुपये दिए थे, जिसमें राज्य क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियो ने उनसे वादा किया था कि उन्हें तीन अलग राज्यों की रणजी टीम में चुना जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ और इसकी बजाय उन्हे नकली चयन पत्र दे दिए गए। जिसके बारे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने अब एक पुलिस शिकायत दर्ज की है।
Delhi Police: On the complaint of BCCI, Crime Branch has registered FIR under various sections of the IPC against some persons. Some players had alleged that money was demanded from them for selection in Ranji Trophy. pic.twitter.com/6IBsc4TStF
— ANI (@ANI) March 13, 2019
न्यूज़ 18 के मुताबिक यह धोखाधड़ी का मामला तब सामने आया जब निरोधक इकाई के क्षेत्रीय अखंडता प्रबंधक अंशुमान उपाध्याय के पास तीन खिलाड़ियो कनिष्क गौड़ और रोहिणी के किशन अत्री और गुड़गांव के शिवम शर्मा की शिकायत दर्ज हुई।
पुलिस ने कहा कि उन्हें नागालैंड, मणिपुर और झारखंड की रणजी ट्रॉफी टीमों में चुने जाने के बहाने कथित रूप से 80 लाख रुपये का चूना लगाया गया है।
गौर ने पुलिस को बताया कि उन्हें पिछले साल एक क्रिकेट कोच से संपर्क किया था, जिन्होंने उन्हें नागालैंड के रणजी ट्रॉफी टीम में एक मेहमान खिलाड़ी के रूप में खेलने की पेशकश की थी, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा।
बाद में उन्होंने उसे नागालैंड क्रिकेट टीम के आधिकारिक कोच और उनके बोर्ड के कुछ सदस्यों से मिलने के लिए बुलाया। अधिकारी ने कहा कि उन्हें पांच मैचों के लिए 15 लाख रुपये देने के लिए कहा गया था।
अधिकारी ने कहा, लेकिन नागालैंड की अंडर -19 टीम के लिए दो मैच खेलने के बाद, उन्हें नहीं खेलने के लिए कहा गया और जब उन्होंने पूछताछ की, तो उन्हें बताया गया कि उनका चयन पत्र जाली है।
पुलिस ने कहा कि कोच के साथ-साथ राज्य क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों सहित लगभग ग्यारह लोगों से पूछताछ की जा रही है।