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    farhan akhtar

    मुंबई, 4 मई (आईएएनएस)| अभिनेता व फिल्म निर्माता फरहान अख्तर का मानना है कि जब कोई निर्माता कोई कहानी माध्यम की परवाह किए बिना कहता है, तब संचार और संदेश का महत्व बढ़ जाता है।

    गुरुवार को पुरुषों के शेविंग ब्रांड जिलेट ने हैशशेविंगस्टेरियोटाइप्स के तहत सेलिब्रिटी हेयरस्टाइलिश आलिम हकीम की मौजूदगी में दो महिला नाइयों को सम्मान से नवाजा था। इस दौरान अभिनेता फरहान भी मौजूद थे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की।

    ज्योति और नेहा जो कि दो बहनें हैं, उन्हें उत्तर प्रदेश के बनवारी टोला गांव में महिला सशक्तीकरण की पोस्टर गर्ल के तौर पर देखा जाता है।

    गांव में अपनी नाई की दुकान चलाने वाली इन बहनों ने पुरुष का भेष धारण कर अपने नाई के प्रोफेशन को जारी रखा, ताकि दुकान पर आने वाले लोग असहज न महसूस करें।

    जिलेट ने बहनों की कहानी पर एक फिल्म बनाई है, जो कि पहले ही वायरल हो चुकी है।

    जब अभिनेता से पूछा गया कि क्या वह इनकी कहानी पर फिल्म बनाना या प्रोड्यूस करना चाहेंगे, तो इस पर अभिनेता ने कहा, ” उन्होंने (जिलेट) पहले ही इस पर फिल्म बना दी है, जिसे देखकर मैं बहुत भावुक हो गया। ”

    अभिनेता ने आगे कहा, “जरूरी नहीं कि यह एक फीचर फिल्म ही बने। यह लघु फिल्म है। यह काफी प्रभावी है, जिलेट ने इस कहानी के पीछे की भावुकता, संदेश को बेहतरीन तरीके से पेश किया है, जो कि सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।”

    उन्होंने बताया, “यह मायने नहीं रखता कि वह फीचर फिल्म हो या कोई टेलीविजन कमर्शियल हो या लघु फिल्म हो। मेरा मानना है कि जब आप किसी भी माध्यम से कुछ कहते हैं तो संचार और संदेश महत्वपूर्ण है।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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