पार्टी प्रभारी प्रियंका बनर्जी की लखनऊ में आज पहली प्रेस कॉफ्रेंस थी। जिसे प्रियंका ने 2 मिनट में खत्म कर दिया। दरअसल उन्होंने पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में शहीद सीआरफीएफ जवानों का हवाला देते हुए संबोधन रद्द कर दिया। यूपी में सत्ताधारी भाजपा के दो विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर प्रियंका ने एक तरह से तख्तापलट किया है।चार बार भाजपा से विधायक रहे अवतार सिंह भड़ाना कांग्रेस खेमे में शामिल हो गए हैं।
गुर्जर नेता भड़ाना मुजफ्फरपुर के मीरापुर से बीजेपी विधायक हैं। कांग्रेस का क्षेत्रीय पार्टी महान दल के गठबंधन का ऐलान करने के 24 घंटे में ही ये दोनों नेता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
मीडिया को संबोधित करने के दौरान प्रियंका ने कहा, “जैसे कि आपको पता है यह कार्यक्रम राजनीतिक चर्चा के लिए रखा गया था। लेकिन पुलवामा में हुए आंतकी हमले से देश आहत है, जवान शहीद हुए हैं। ऐसे में हम राजनीतिक चर्चा करना सही नहीं समझते हैं।”
विधायक भड़ाना के अलावा पूर्व मंत्री राम लाल राही जो कि पहले कांग्रेस में थे फिर बीजेपी में गए, उन्होंने घर वापसी करते हुए फिर से कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है।
प्रियंका की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया था, जिसमें यह दोनों विधायक शामिल थे। प्रेस को संबोधित न कर पाने पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से माफी मांगी और जल्द रुबरु होने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस को सीटें दिला सकते हैं भड़ाना और राही
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज ब्बबर ने कहा, “जवानों के शहादत के बीच भी दो विपक्षी पार्टी के नेताओं का कांग्रेस में आना जश्न की बात है।” पश्चिमी यूपी से चार बार विधायक रहे भड़ाना के कांग्रेस में शामिल होने के पार्टी एक आशा के रुप में देख रही है। वे एक नामचीन गुर्जर नेता होने के साथ-साथ तीन बार हरियाणा के फरीदाबाद और एकबार मेरठ से विधायक रह चुके हैं।
वहीं राही की मदद से अवध के क्षेत्र में कांग्रेस अपनी पकड़ मजबूत कर पाएगी। नरसिंभा राव की सरकार के समय राही राज्य में मंत्री रह चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अन्य क्षेत्रीय नेताओं को पार्टी में शामिल करने में लगी है।