वाराणसी में 15 वें भारतीय प्रवासी दिवस की आज शुरुआत हो गयी है। इस मौके पर वाराणसी हवाईअड्डे पर हवाई जाम में वृद्धि को संभालना मुश्किल हो गया है। वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक अनिल कुमार रॉय ने कहा कि बुनियादी सुविधाओं का अभाव एक चुनौती बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि हम हर पल एयरक्राफ्ट की मूवमेंट पर नज़र बनाये हुए है और आने वाले जहाजों को कहाँ और कैसे पार्क करना है, इसकी जानकारी मुहैया कर रहे हैं।
एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं सहित रोजाना 32 से 33 हवाई यात्राओं को संभालना होता है। आगामी दिनों में निजी प्लेन और के चोपर्स के आने की संभावना है, इसमेकै सारे भारतीय प्रवासी दिवस में शरीक होंगे जिससे वायु जाम में वृद्धि हो सकती है।
निदेशक ने कहा कि हमारे ट्रैफिक में निरंतर वृद्धि हो रही है, कभी कभी हमे एक ही समय पर छह से सात एयरक्राफ्ट को संभालना होता है। इसके साथ ही यह पार्किंग में मौजूद एयरक्राफ्ट को भी देखना होता है। उन्होंने कहा कि आगामी तीन दिन हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण होंगे क्योंकि देश के प्रधानमन्त्री और राष्ट्रपति दोनो इस सम्मेलन में शरीक होने के लिए यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर वीवीआइपी लोगों की आवाजाही में बढ़ोतरी हो सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 193 देशो के मेहमानों के स्वागत के लिए हवाईअड्डे की काफी सजावट की गई है। प्रवासी भारतीय दिवस के समारोह में शरीक होने के लिए वैश्विक मेहमान भी आएंगे।
पारंपरिक तरीके से मेहमानों का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर रंगोली बनाई गई है। साथ ही मेहमानों का पारंपरिक स्वागत तिलक और रुद्राक्ष से किया जाएगा।