युवा ओपनर पृथ्वी शॉ भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा से आगामी विश्वकप में एक अच्छे फॉर्म की उम्मीद में है। रोहित और धवन भारत के लिए आगामी विश्वकप में अहम होंगे अगर भारत इस प्रतिष्ठित खिताब पर कब्जा करना चाहता है।
विश्वकप का 12वां संस्करण 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में शुरु हो रहा है और भारत अपने अभियान की शुरुआत 5 जून से दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ करेगा। रोहित और धवन से उम्मीदें ऊंची हैं, क्योंकि वे टीम के सबसे बड़े बल्लेबाज में से एक है।
रोहित और धवन का आईसीसी टूर्नामेंटों में रिकॉर्ड लुभावने से कम नहीं है। अबतक यह दोनो ओपनर बल्लेबाज तीन बार आईसीसी टूर्नामेंट में भाग ले चुके है- 2013, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी और 2015 विश्वकप- और दोनो बल्लेबाजो ने तीनो आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी की है।
धवन टीम इंडिया के लिए तीनो आईसीसी इवेंट में सबसे ज्यादा रन स्कोर करने वाले खिलाड़ी रहे है। उन्होने अपने आईसीसी टूर्नामेंट का सफर दक्षिण-अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो शतको के साथ शुरु किया था और उसके बाद उन्होने अबतक पीछे मुड़कर नही देखा। वही दूसरी और रोहित आईसीसी टूर्नामेंटो में लिए भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे है।
अगर आकड़े की बात करे, तो केवल ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और मेथ्यू हैडन (1539) रनो के साथ शिखर धवन और रोहित शर्मा की (1195) की जोड़ी से आगे है। और अब शॉ ने एक और आईसीसी टूर्नामेंट के लिए इन दोनो ओपनर बल्लेबाजो का समर्थन किया है। युवा जो भारतीय टेस्ट टीम से अपना डेब्यू कर चुका है वह इन दोनो ओपनर बल्लेबाजो में से अभी तक टीम में किसी की जगह नही ले पाया है। लेकिन युवा खिलाड़ी ने इन दोनो ओपनर बल्लेबाजो के साथ बल्लेबाजी की है- जहां आईपीएल में शिखर धवन के साथ और रोहित के साथ घरेलू क्रिकेट में।
शॉ ने मुंबई टी 20 लीग के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा, ” मुझे दोनो बल्लेबाजो के साथ ओपनिंग करके आरामदायक लगा। यह मेरे लिए एक सम्मान की बात है कि मैं ऐसे खिलाड़ियों के साथ बल्लेबाजी कर सकता हूं, जो मेरे बड़े होने पर मेरी प्ररेणा थे। इसलिए, मेरे लिए खिलाड़ियों में से किसी एक के साथ बल्लेबाजी करना बहुत बड़ी बात है।”
शॉ ने रिकी पोंटिग और सौरव गांगुली की प्रशंसा की
शॉ ने हाल ही में आईपीएल में एक अच्छी आउटिंग की थी। दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए, उन्होंने 16 मैचों में 353 रन बनाए। 19-वर्षीय ने अपने समय के दौरान रिकी पोंटिंग और सौरव गांगुली के कोच और मेंटर द्वारा मिले ज्ञान की बात की।
शॉ ने कहा, ” मुझे इन दिग्गजो के तहत बहुत कुछ सीखने को मिला, जिनके पास 15-20 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का अनुभव है। बल्लेबाजी तकनीक या कौशल पर ध्यान देने के बजाय, वे हमें मानसिक रूप से तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मैंने उनकी वजह से इतने बड़े टूर्नामेंट में बल्लेबाजी करते हुए घबराहट महसूस नहीं की।”