पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों द्वारा तैयार किए गए आउटफिट के रंग से काफी प्रभावित हैं।
टॉइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में गौतम गंभीर ने लिखा, ” जब मैं अपने आउटफिट के रंगों की बात करता हूं तो मैं उबाऊ और उदासीन हो जाता हूं। मेरी अलमारी में आप सभी रंगों के ग्रे पा सकते हैं, इसके बाद विभिन्न प्रकार के काले, गहरे और गहरे नीले, बहुत सारे भूरे, काले और कुछ सफेद रंग के कपड़े देख सकते हैं। बहादुर पुरुषों के लिए लैवेंडर, नारंगी या पीले जैसे रंग हैं। लेकिन मेरी विशेष सलामी उन पुरुषों को है जो गुलाबी पहनते हैं और फिर भी चारों ओर अकड़ सकते है। निजी तौर पर मुझे राजस्थान रॉयल्स यह गुलाबी अंदाज पसंद आया है। और खिलाड़ी इनमें शानदार लग रहे है। उनके प्रशंसक भी उनकी इस जर्सी से बहुत खुश है खासकर की महिला प्रशंसक क्योकि उन्हे गुलाबी रंग बहुत पसंद होता है। मुझे लगता है “मेन इन पिंक” एक मार्केटिंग मास्टरस्ट्रोक है।
गंभीर ने यहां से कगिसो रबाडा की भी प्रशंसा की जिन्होने कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के खिलाफ सुपर ओवर में दिल्ली कैपिटल्स की टीम को जीत दर्ज करवाई थी। उन्होने दिल्ली की टीम को इस बात की भी चेतावनी दी की उन्हे ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की भूमिका में कोई बदलाव नही करना चाहिए। पृथ्वी शॉ ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 99 रन की पारी खेली थी।
गंभीर ने लिखा, “इस साल दिल्ली एक नए नाम से उतरी है, मार्केटिंग गतिविधियों का भी एक बंडल है, अपनी विचारधारा की घोषणा करने के लिए टीम ने नया वीडियो, ताज़ा डिज़ाइन भी जारी किए थे। उनके पास केकेआर के खिलाफ एक आसान मैच नही था औऱ यह 2 अंक लेना उनके लिए बिलकुल आसान नही था। डीसी की टीम जब लक्ष्य का पीछा कर रही थी तो एक वक्त उनका स्कोर 170 पर 2 विकेट था। वहा से आगे सुपर ओवर में मैच जीतना दिल्ली कैपिटल्स का साथ भाग्य ने निभाया था। उनकी टीम को कगिसो रबाडा को धन्यवाद बोलना चाहिए जिन्होने इतना अच्छा सुपर ओवर निकाला। पृथ्वी शॉ ने भी मैच में अच्छी बल्लेबाजी की और किंग्स इलेवन के खिलाफ सोमवार को मैच में उनकी भूमिका में कोई बदलाव नही करना चाहिए।”
गंभीर ने आगे किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के बारे में कहा, ” पंजाब की टीम अब स्वस्थ नजर आ रही है। जिस प्रकार उन्होने शनिवार को हराया उससे लगता है वह अब अश्विन-बटलर विवाद से बाहर निकल गए है और आगे की सोच रहे है।”