भारत के लेग-स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा कि वह यह तय नही कर सकते की आगामी विश्वकप में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए कि नही लेकिन उन्होने आतंकवाद के अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने के विचार का समर्थन किया।
पुलवामा में हमले के बाद जहां सीआरपीएफ के 40 जवानों को शहीद होना पड़ा, वहीं 16 जून को ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज मैच के बहिष्कार के लिए भारत ने मांग तेज कर दी है।
चहल ने इंडिया टुडे के हवाले से कहा, ” पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप में मैच खेलना चाहिए या नही इसका निर्णय बीसीसीआई और सरकार लेगी। एक और दो खिलाड़ी इस बात का निर्णय नही ले सकते लेकिन मेरा मानना है कि यह उच्च समय है और हमें आतंकवाद के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।”
28 साल के इस लेग-स्पिनर ने आगे कहा, ” यह एक बार और सभी के लिए व्यवस्थित होना चाहिए। हम इसे अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते। हर तीन महीने में हमें यह पता लगता है कि आतंकवाद की वजह से हमारे जवान शहीद हो रहे है और हम ऐसा होने के लिए और इंतजार नही कर सकते। हम चीजो को करना होगा और आमने-सामने आना होगा चाहे फिर इसका मतलब आर-पार की लड़ाई हो।”
इससे पहले, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने खुलासा किया कि इंग्लैंड में आगामी विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपने मैच का बहिष्कार करने के बारे में कोई भी फैसला सरकार टूर्नामेंट के करीब करेगी।
एनआई ने एक बीसीसीआई सूत्र के हवाले से बताया, “कुछ समय बाद स्थिति साफ हो जाएगी, विश्व कप के थोड़े करीब। आईसीसी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर उस समय सरकार को लगता है कि हमें नहीं खेलना चाहिए, तो जाहिर है कि हम नहीं खेलेंगे।”
विश्वकप 2019 की शुरूआत 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में होगी। भारत और पाकिस्तान को ग्रुप-स्टेज में 16 जून को ओल्ड-ट्रफौर्ड में मैच खेलना है।