पाकिस्तान पीपल लीग के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान जिस मौजूदा हालात में फंसा हुआ है, उससे कठपुतली इमरान खान हमें बाहर निकालने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि बीते हफ्ते पुलवामा में हुए आतंकी हमले के परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं।
बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान अभी आंतरिक व बाहरी चुनौतियों से जूझ रहा है। पाक को इस संकटग्रस्त हालात से बाहर निकालने का माद्दा चयनित व कठपुतली प्रधानमंत्री में नहीं है। मीडिया से मुखातिब होकर उन्होंने कहा कि “पुलवामा आतंकी हमले के काफी गंभीर परिणाम हो सकते हैं और इमरान खान अपने राजनीतिक पैंतरे आजमाने में व्यस्त है,जो मुल्क को पतन को तरफ धकेल रहा है।”
उन्होंने कहा कि “इस्लामाबाद अभी प्रांतों के साथ भेदभाव और विरोध की नीतियों को झेल रहा है,जो देश में अधिक क्रोध और घृणा उत्पन्न कर देगी। हम इस्लामाबाद के बाबत चिंतित नहीं है लेकिन हमारे कार्यकर्ता कहते रहे हैं कि रावलपिंडी को हमेशा करबला यानी युद्ध का क्षेत्र के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।”
भुट्टों ने ख़ुफ़िया विभागों की भूमिका की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि नेशनल अकॉउंटेबलिटी ब्यूरो और अन्य विभागों को राजनीतिक जोड़-तोड़ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पूर्व बेगम रेहम खान ने मंगलवार को कहा कि “इमरान खान देश की सेना के हाथो की कठपुतली है और पुलवामा आतंकी हमले पर बयान देने के लिए सेना के आदेशों का इंतज़ार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इमरान खान अपनी विचाधारा और संयमित नीति पर समझौता कर सत्ता पर आये हैं। एक मिनट के लिए भी कल्पना मत कीजिये कि यह उनकी नीति है। उन्हें राज्य के मुताबिक कार्य करने और कहने का निर्देश दिया जाता है।”
इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तान पर हमला ‘अटैक पाकिस्तान’ चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा है। लेकिन अगर यह सब गंभीर है तो एक बात स्पष्ट है कि, पाकिस्तान बदला लेने की सोचेगा नहीं, प्रतिकार करेगा।” वीडियो सन्देश के जरिये पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान के समक्ष इसके आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।”