अमेरिकी राष्ट्रपति ने जैश ए मोहम्मद द्वारा पुलवामा में अंजाम दिए आतंकी हमले को बेहद भयावह करार दिया है। उन्होंने कहा कि “इस मामले पर रिपोट्स आ रही है और इस पर अपना बयान जारी कर रहे हैं। राज्य विभाग के प्रवक्ता रोबर्ट पलडिनो ने भारत को समर्थन देने की बात कही और पाकिस्तान से इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों को सज़ा देने की बात कही थी।
इस आत्मघाती हमले से भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव बढ़ गया था। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में डोनाल्ड ट्रम्प ने पत्रकारों से कहा कि दोनों दक्षिण एशियाई देश अगर तो यह बेहद अद्धभुत होता।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मैंने यह देखा। मेरे पास कई रिपोर्ट्स आ चुकी है। सही वक्त पर हम इस पर टिपण्णी करेंगे। अगर भारत और होते तो बेहद अद्धभुत मंजर होता। यह आतंकी हमला बेहद भयावह मंजर था। हमारे पास रिपोर्ट्स आ रही है। हम जल्द ही बयान जारी करेंगे।”
अमेरिकी राज्य विभाग के उप प्रवक्ता ने कहा कि “वह भारत के साथ संपर्क में हैं, न सिर्फ निंदा के लिए बल्कि हमारा मज़बूत समर्थन उनके साथ है। इस आतंकी हमले की जांच में हमने पाकिस्तान से पूर्ण समर्थन करने और जिम्मेदारों को सज़ा देने का आग्रह किया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद अमेरिका पाक्सितान के साथ संपर्क में भी है।”
व्हाइट हाउस की सचिव सारा सांडर्स ने कहा कि “अमेरिका इस घृणित हमले की कड़ी निंदा करता है। हम पीड़ित, शहीदों व उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। पाकिस्तान को अमेरिका चेतावनी देता है कि अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना बंद करें, जिनका मकसद क्षेत्र में अराजकता, हिंसा और आतंक फैलाना होता है।
अमेरिकी राज्य विभाग प्रवक्ता ने कहा कि “पाकिस्तान ने साल 2002 में जैश ए मोहम्मद को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। हालाँकि यह समूह अभी भी पाकिस्तान से संचालन कर रहा है। अमेरिका ने दिसंबर 2001 में जेईएम को आतंकी समूह घोषित कर दिया था। हम भविष्य में इस आतंकी समूह के हमलों से रक्षा करने में पूरा सहयोग करेंगे।”