बागी आम आदमी पार्टी के बागी नेता सुखपाल सिंह खैरा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफ़ा देने के बाद सोमवार को कहा कि वो मंगलवार को अपनी नयी पार्टी की घोषणा करेंगे।
खैरा को पिछले साल नवम्बर में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्काषित कर दिया गया था। उन्होंने आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने के बाद कहा कि वो खुद विधायकी से इस्तीफ़ा नहीं देंगे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष उनके विधायक की स्थिति पर पर कोई फैसला लेंगे।
खैरा ने कहा कि वो नयी पार्टी बनायेंगे और सामान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे। उन्होंने ये भी दावा किया कि 5-6 आप विधायक उनके साथ हैं।
खैरा ने पार्टी से इस्तीफ़ा देते हुए पार्टी अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल पर तानाशाही रवैया रखने का आरोप लगाते हुए कहा था कि आन्दोलनकारी संगठन से इन सिद्धांतों और आदर्शों के साथ राजनितिक पार्टी की नींव रखी गई थी, अब पार्टी उससे पूरी तरह भटक चुकी है।
उन्होंने कहा था कि अपने निहित राजनितिक स्वार्थों और महत्वकांक्षाओं की पूर्ति के लिए अरविन्द केजरीवाल ने पार्टी के भविष्य और सिद्धांतों को दांव पर लगा दिया।
आप सांसद भगवंत मान ने खैरा के इस्तीफे पर उनपर निशाना साधते हुए कहा उन्हें पहले ही अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्काषित कर दियुआ गया था लेकिन वो अपने स्वार्थ के लिए पार्टी में बने हुए थे। उसनके पार्टी से बाहर जाने या रहने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता।
खैरा के इस्तीफे को नाटक बताते हुए मान ने खैरा को विधायक के रूप में इस्तीफा देने और अपने विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव की चुनौती दी। आप विधायकों के बारे में उन्होंने कहा जो अभी भी खैरा शिविर में हैं, मान ने कहा कि पार्टी के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हैं।
फरवरी 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 117 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटें मिलीं। एच एस फूलका ने हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष के लिए एक विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया। फूलका ने पिछले हफ्ते आप की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफ़ा दे दिया। .